Saturday, September 21

जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़

पच्चीस जून से प्रदेश में मानसून की एंट्री के बाद से कई जिलों में बारिश का दौर जारी है। पिछले चार-पांच दिनों से मानसून सक्रिय हुआ, जिसके चलते प्रदेश के ज्यादातर जिलों में मध्यम से मूसलाधार बारिश दर्ज की जा रही है। आने वाले चार-पांच दिन मानसून प्रदेश में अपना रौद्र रूप दिखा सकता है, जिसके चलते प्रदेश के ज्यादातर जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

मौसम विभाग के अनुसार इस समय मानसून की ट्रफ लाइन सामान्य स्थिति पर बनी हुई है। पूर्वी भारत के कुछ इलाकों में साइक्लोन सर्कुलेशन भी बना हुआ है। इस सिस्टम के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के बहुत से स्थानों पर 4-5 दिन मानसून सक्रिय रहने की पूरी संभावना बनी हुई है। पूर्वी राजस्थान के ज्यादातर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज होने की संभावना है। 26 व 27 जुलाई को जयपुर, भरतपुर, कोटा संभाग में भारी बारिश का दौर जारी रहने की अधिक संभावना बन रही है। पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जोधपुर संभाग के कुछ भागों में बारिश की गतिविधियां जारी रह सकती हैं। वहीं 29 व 30 जुलाई के करीब सीमावर्ती क्षेत्रों में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी हो सकती है।

पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में बारिश होने की ज्यादा संभावना है। अगस्त के पहले सप्ताह में भी मानसून के सक्रिय रहने की परिस्थितियां बन रही है। पूरे प्रदेश में इस समय तक 175 एमएम बारिश रिकॉर्ड दर्ज की जा चुकी है, जो सामान्य से 3 प्रतिशत कम है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने मीडिया को बताया है कि पिछले 48 घंटे के दौरान कुछ क्षेत्रों में मानसून फिर से सक्रिय हुआ है। इसके प्रभाव से कई इलाकों में भारी और अति भारी बारिश दर्ज की जा रही है। इसी के साथ बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। सवाई माधोपुर, दौसा, करौली, चित्तौडग़ढ़ व अलवर जिले में कहीं भारी और कहीं अति भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है। दौसा जिले में 197 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है जो भारी बारिश की श्रेणी में है। वहीं चूरू जिले के सरदारशहर में 71 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है।

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