उदयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज
राजस्थान के उदयपुर जिले में जल्द ही नगर निगम के चुनाव होने वाले हैं। शहर में चुनावी सरगर्मियां बढ़ी हुई है और सियासी पारा भी बढ़ने लगा है। इसकी तैयारियां निकाय क्षेत्र में शुरू हो चुकी हैं। उदयपुर नगर निगम में 30 साल से काबिज भाजपा के बोर्ड को ढहाने के लिए कांग्रेस हर मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने एक पोस्टर वायरल किया है, जिसमें उदयपुर के महापौर जीएस टांक को तलाशकार लाने वाले को 21 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है।
जिसमे महापौर ने जवाबी तौर पर कहा है कि उनका तो रोज का वही रूटीन है, जो पहले था “मैं रोज दफ्तर जाता हूं, शहर के विभिन्न क्षेत्रों में दौरे भी करता रहता हूं। ये कुछ कार्यकर्ता सस्ती लोकप्रियता के लिए ओछी राजनीति कर रहे है।”
यूथ काँग्रेस ने महापौर के ‘गुमशुदा तलाश’ का चलाया अभियान
यूथ कांग्रेस ने उदयपुर में एक अभियान चलाया कि शहर की जनता की समस्या बताए तो किसको बताए। महापौर मिल नहीं है तो पहले हम उनको ढूंढ रहे हैं। यूथ काँग्रेस के प्रदेश सचिव सिद्धार्थ सोनी ने बताया कि शहर के कई विषय है जिन पर जनता परेशान हो रही है और हम चाहते है कि महापौर से मिलकर उनका समाधान कराए लेकिन हम महापौर को खोज रहे है पर मिल नहीं हैं, वे मिल जाएंगे तो हम शहर की सड़कें, सुखाड़िया समाधि की दीवार के पास धंसी सड़क, सड़क सीमा में आ रही पेड़ों की टहनियों से लेकर कई विषय हैं जिस पर हम उनको बताकर समाधान कराना चाहते हैं।
‘जनसमस्या सुनने वाला कोई नहीं’
इससे पहले कांग्रेस ने भाजपा के 30 साल से खड़े इस किले को ढहाने के लिए आयड़ नदी का निर्माण बहाव क्षेत्र में आने वाला मुद्दा उठाया था। यह मुद्दा इतना बड़ा बन गया कि अभी तक जिले में इसकी चर्चा होती है। ऐसे में अब कांग्रेस की तरफ से शहर के अलग-अलग क्षेत्रों की दीवारों पर नए पोस्टर लगाए जा रहे हैं। इसके पीछे कारण बता रहे हैं कि जनसमस्या सुनने वाला कोई नहीं है।