मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा विधानसभा चुनाव से पूर्व अंतिम रूप से मतदान केंद्रों का सुव्यवस्थीकरण और पुनर्गठन हेतु निर्देश प्रदान किए गए थे।
निर्देशों की अनुपालना में उप जिला निर्वाचन अधिकारी शैलेश सुराणा की अध्यक्षता में रविवार को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सभी दलों से सुझाव लिए गए।
वर्तमान में जिले में 2187 मतदान केंद्र हैं। निर्वाचन विभाग से प्राप्त निर्देश अनुसार आमजन के नजदीक ही मतदान केंद्र होने जरूरी हैं जिससे मतदाताओं को परेशानी नहीं हो। इस पर आठों विधानसभाओं के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी (ईआरओ) से प्राप्त प्रस्ताव अनुसार जिले में 48 मतदान केंद्रों का पुनर्गठन, 17 मतदान केंद्रों का विभाजन एवं 3 मतदान केंद्रों के भवन परिवर्तन के प्रस्ताव प्राप्त हुए थे।
प्रस्तावों के संबंध में राजनीतिक दलों से बैठक में विचार विमर्श किया गया। बैठक में हुए निर्णय अनुसार पुनर्गठन के पश्चात अब जिले में 22 नवीन मतदान केंद्र स्थापित होंगे जिसे बाद कुल मतदान केंद्रों की संख्या 2209 हो जाएगी। नए केंद्रों की स्थापना से मतदाताओं को मतदान करने के लिए दूर नहीं भटकना पड़ेगा और मतदान प्रतिशत में भी सुधार आएगा।