युवा भारतीय ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने सोमवार को फिडे विश्व कप 2023 के सेमीफाइनल में अमेरिका के फेबियानो करुआना को हराकर टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली।
तमिल नाडु के चेन्नई में जन्मे 18 वर्षीय प्रज्ञानानंद सबसे कम उम्र में विश्व कप फाइनल में पहुंचे वाले खिलाड़ी हैं। वह विश्वनाथन आनंद के बाद फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय भी हैं।
प्रज्ञानानंद ने इससे पहले दूसरी सीड हिकारू नाकामूरा को भी बाहर किया था। विश्व नंबर तीन करुआना के साथ तीन दिन में चार ड्रॉ खेलने के बाद, प्रज्ञानानंद ने अपने अमेरिकी प्रतिद्वंदी को पहले 10 मिनट रैपिड मुकाबले में मात दी। भारतीय ग्रैंडमास्टर ने 21वीं चाल तक एक प्यादे की बढ़त बना ली। स्थिति अब भी करुआना के पक्ष में थी लेकिन कुछ देर बाद वह दूसरा प्यादा भी गंवा बैठे और प्रज्ञानानंद ने शह मात के करीब आकर 63 चालों में मुकाबला जीत लिया।
करुआना मैच में बराबरी हासिल करने के लिए दूसरे गेम में सफेद प्यादों के साथ खेल रहे थे। उन्होंने पूरे गेम के दौरान आक्रामकता दिखाई लेकिन प्रज्ञानानंद के अचूक खेल के कारण यह गेम 82 चालों के बाद ड्रॉ पर खत्म हुआ और करुआना प्रतियोगिता से बाहर हो गए।
फाइनल में प्रज्ञानानंद का सामना विश्व नंबर एक मैग्नस कार्लसन से होगा। पांच बार के फिडे विश्व चैंपियन कार्लसन अपने करियर में एक बार भी विश्व कप नहीं जीत सके हैं।
गौरतलब है कि इस जीत के साथ प्रज्ञानानंद ने फिडे कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में भी अपना स्थान पक्का कर लिया है। वह बॉबी फिशर और कार्लसन के बाद कैंडिडेट्स में पहुंचने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं।