Saturday, November 23

स्पार्टस। Rajasthan Pulse News

ओमान सिटी (जॉर्डन) में बीती रात को हुई एशियन रेसलिंग प्रतियोगिता में भारत के लिए दो स्वर्ण पदक जीतने वाली दोनों महिला खिलाड़ी राजस्थान की बेटियां है। भीलवाड़ा की रहने वाली दोनों खिलाड़ी कशिश गुर्जर अैर अश्विनी बिश्नोई ने अपनी विदेशी धरती पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर राजस्थान को गौरवान्वित किया है। उधर, भीलवाड़ा में यह खबर पहुंचते ही लोग खुशी से झूम उठे। लोगों ने खिलाडि़यों परिजनों को शुभकामनाएं दी। पूरे गांव में उत्साह का माहौल है। बताया जा रहा है कि देश के लिए गोल्ड जीतने वाली खिलाड़ियों के पिता सामान्य मेहनत मजदूरी का काम करते हैं। इसमें अश्विनी गुर्जर के पिता मुकेश गुर्जर मिल में मजदूरी करते हैं। वहीं कशिश गुर्जर के पिता दूध बेचते हैं। भारतीय कुश्ती टीम में इस बार भीलवाड़ा के 3 पहलवान शामिल हैं, जिसमें से दो ने स्वर्ण पदक जीता। पुरुष पहलवान अनुज बिश्नोई का मुकाबला होना अभी बाकी है।

जापानी पहलवान को हराया
ओमान सिटी (जॉर्डन ) में चल रही एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप (अंडर-17) में कल का दिन भारत की गोल्डन गर्ल के नाम रहा। भारत की महिला पहलवान कशिश गुर्जर ने सोमवार शाम को 4 मुकाबले में एक तरफ जीत दर्ज की और 43 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में जापानी पहलवान को शिकस्त देकर कशिश गुर्जर ने स्वर्ण पदक जीता है।

चीन की महिला पहलवान को दी शिकस्त
वहीं पिछली बार की अंडर-15 की एशियन चैंपियन अश्विनी बिश्नोई ने इस बार 65 कलो भारत वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व किया। पहलवान ने देश को स्वण पदक दिलया है। बिश्नोई ने 63 किलो भार वर्ग में फाइनल में चीन की महिला पहलवान को बड़े अंतर से पराजित कर दिया।

पिता बेचते है दूध
कशिश गुर्जर के पिता नारायण गुर्जर गौशाला चलते हैं, जहां पर वो दूध बेचते हैं। नारायण की कहानी भी हर किसी को नतमस्तक करने लायक है. खुद पहलवान बनने का सपना देखकर कुश्ती शुरू की, लेकिन हालात और आर्थिक तंगी के चलते खुद पहलवानी नहीं कर सके। बेटी हुई तो उसे पहलवान बनाने के लिए प्रेरित किया। पिता के सपने को साकार करने के लिए बेटी ने भी खूब पसीना बहाया। बेटी से साबित कर दिया कि संकल्प के साथ काम शुरू किया जाए तो सफलता निश्चित तौर पर मिलती है।

खुशी का है माहौल
दो महिला पहलवान के स्वर्ण पदक जीतने के बाद भीलवाड़ा की कुश्ती प्रेमियों में खुशी का माहौल है। सोमवार रात को मुकाबले में जीत के बाद कुश्ती प्रेमियों ने जश्न मनाया।

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