Saturday, November 23

देवेन्द्र शर्मा, राजस्थान पल्स न्यूज

राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पंवार ने कलेक्ट्रेट सभागार में सफाई कर्मचारियों के हित में महत्वपूर्ण बैठक ली, जिसमें जिला कलक्टर शुभम चौधरी, एसपी मनीष त्रिपाठी के साथ-साथ एडीएम नरेश बुनकर, नाथद्वारा मंदिर मण्डल सीईओ चेतन त्रिपाठी, नगर परिषद आयुक्त बृजेश राय, नगर पालिकाओं के अधिशाषी अधिकारी, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, ठेका कंपनियों के प्रतिनिधि, सफाई कर्मचारी, टॉइलेट, बायो टॉइलेट, एमआरएफ सेंटर, सोलिड वेस्ट मेनेजमेंट, सीवर मेंटेनेंस एजेंसी आदि के प्रतिनिधि, कार्मिक आदि मौजूद रहे।

बैठक की शुरुआत करते हुए नगर परिषद आयुक्त बृजेश राय ने जिले में नगर निकायों की भौतिक स्थिति, स्टाफ, क्षेत्रफल, संसाधन आदि जानकारी से सभी को अवगत कराया जिसके बाद एक-एक कर विभिन्न मसलों पर पंवार ने समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। बैठक में राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पंवार के समक्ष विभिन्न संगठनों, सफाई कर्मचारियों आदि द्वारा शिकायतें प्रस्तुत की गई। पंवार ने सभी सफाई कर्मचारियों को उनके मूल पद पर लगाने के निर्देश दिए। पंवार ने सफाई कर्मचारियों के आवास से जुड़ी समस्याओं पर नगर परिषद आयुक्त को निर्देश दिए कि सफाई कर्मचारियों के आवास हेतु प्रस्ताव तैयार करें।

इसके अलावा नाथद्वारा मंदिर मण्डल सीईओ को सर्विस रूल्स के संबंध में निर्देशित किया। इसके साथ-साथ उन्होंने सभी सफाई कर्मचारियों का वर्ष में दो बार फुल बॉडी चेक अप कराने के लिए नगर निकायों और चिकित्सा विभाग को निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी सुबह से शाम तक रिस्क लेकर काम करते हैं और कई बीमारियों का शिकार होते हैं। ऐसे में इनका समय पर चेक अप और उपचार जरूरी है। इसके बाद उन्होंने सफाई कर्मचारियों के आईडी कार्ड में ब्लड ग्रुप का आवश्यक रूप से उल्लेख करने के निर्देश दिए। आरजीएचएस संबंधी शिकायतें आने पर नगर परिषद आयुक्त को शिकायतों का समाधान करने के निर्देश दिए। इसके अलावा बैठक के दौरान विभिन्न शिकायतें सुनकर संबंधित विभाग के अधिकारी को दिशा-निर्देश दिए।

राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पंवार ने बैठक में कहा कि सफाई कर्मचारियों के बिना क्लीन सिटी, ग्रीन सिटी का सपना अधूरा है। प्रधानमंत्री मोदी भी सफाई कर्मियों को सर्वाधिक सम्मान देते हैं। प्रधानमंत्री ने अपने पहले कार्यकाल में ही स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी, सफाई कर्मचारी इस अभियान की नीव है। सफाई कर्मचारियों का सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक उत्थान बहुत जरूरी है और इसके लिए हम सभी को सकारात्मक दिशा में कार्य करना है और उनकी समस्याओं का प्राथमिकता पर समाधान करना है।



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