Saturday, September 21

देवेन्द्र शर्मा, राजस्थान पल्स न्यूज

हाल ही में राजसमंद जिले में ​शिक्षा विभाग का जो मखौल बना था वह किसी से भी नहीं छिपा है। बता दें कि जिले के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा छेड़खानी के 5 महीने में लगभग 4 से ज्यादा मामले सामने आए थे। ऐसे में ग्रामीणों और ​परिजनों द्वारा शिक्षा विभाग के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया गया था। इस तरह के मामले सामने आने पर जिले के नागरिकों द्वारा शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को जमकर कौसना भी शुरू कर दिया था।

तो वहीं राजसमंद जिले में अब एक नया मामला सामने आया है। इस मामले ने राजसमंद जिला ​शिक्षा विभाग की जमकर परते खोलना शुरू कर दिया है। शिक्षा विभाग की परते खोलने का काम किसी और ने नहीं बल्कि शिक्षा विभाग के ही तृतीय श्रेणी के अध्यापक खोल रहे हैं और जनता के सामने सच ला रहे हैंं।

राजसमंद जिले के आमेट उपखंड की राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय धुकलसिंहजी का खेड़ा खाखरमाला में गणित विज्ञान विषय के अध्यापक कैलाश चंद सामोता ने राजसमंद जिला ​शिक्षा विभाग पर बड़े और गंभीर आरोप लगाए हैं। अध्यापक सामोता का कहना है कि राजसमंद में शिक्षा विभाग ही शिक्षकों के खिलाफ षडयंत्र का केंद्र बनता जा रहा है। राजसमंद जिले में शिक्षा का उजियारा होने की बजाय अंधियारा होता जा रहा है। यदि कोई शिक्षक आवाजा उठाता है तो उसे झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी दी जाती है। तृतीय श्रेणी अध्यापक कैलाशचंद सामोता ने जिला शिक्षा विभाग पर निजी संस्थानों से वसूली के आरोप के साथ साथ गबन, प्रताड़ना, भेदभाव, फर्जी आंकड़े सरकार के समक्ष पेश करने का भी आरोप लगाया है।

अध्यापक कैलाश चंद सामोता ने राजसमंद शिक्षा विभाग पर गंभीर और बड़े आरोप जड़े हैं। शिक्षक सामोता का कहना है कि मुझे शिक्षा विभाग द्वारा विगत 7 वर्ष के कार्यकाल में अब तक 14 जगह पर भेजा जा चुका है, जिनमें पांच ब्लॉक ऑन तथा तीन कार्यालय शामिल है। जिला शिक्षा विभाग अपने काले कारनामों को दबाने के लिए नियम के विरुद्ध जाकर मुझे लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। शिक्षक सामोता का कहना है कि मैंने इनकी पोल खोलने का काम किया है। हजार साजिशों का सामना करते हुए मैंने मेरे शिक्षा विभाग के आदेशों की पालना करते हुए, शिक्षा, शिक्षार्थी और शिक्षकों के हित में काम को जारी रखें हुआ है। मेरे खिलाफ शिक्षा विभाग और तथा कथित शिक्षक संगठन प्रतिदिन नए-नए षड्यंत्र रच रहे हैं तथा मुझे पोक्सो जैसे प्रकरण में फंसाने व जान से मरवाने तक की धमकी दे रहे हैं।

शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों जिनमें शिक्षा सचिव जयपुर, शिक्षा निदेशक बीकानेर, संयुक्त शिक्षा निदेशक उदयपुर, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय राजसमंद, जिलाधीश राजसमंद और उपखंड अधिकारी आमेट को लिखित शिकायतें भेजने के बावजूद भी इनके खिलाफ जांच नहीं की जा रही और कार्यालय के कार्मिक व अधिकारी कार्यालय में बैठकर शिक्षा विभाग के मेहनती व समर्पित शिक्षकों और संस्था प्रधानों के खिलाफ प्रताड़ना,एपीओ, वसूली जैसे झूठे प्रकरण बनते चले आ रहे हैं और विभाग को शिक्षा संबलन के झूठे आंकड़े पेशकर अब झूठी वाहवाही लूटने में लगे हुए हैं।

तो वही जब इस पूरे मामले पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राजसमंद आरके तोमर से बात की गई उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी। इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वही समोता द्वारा शिक्षा विभाग पर जो वसूली के आरोप लगाए गए हैं यह किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और यदि शिकायत झूठी निकली तो आरोप लगाने के वाले के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

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