Sunday, September 22

देवेंद्र शर्मा, राजस्थान पल्स न्यूज़

राजसमंद जिले की फरारा पंचायत को कोर्ट के आदेश भी बेमानी लग रहे हैं। तभी तो कोर्ट स्टे के बावजूद भी कुछ लोगों को लगातार मकान तोड़ने के नोटिस और धमकियां मिल रही है। अब ग्रामीणों का आरोप है कि सिर्फ हमें ही परेशान करने के लिए सरपंच और पंचायत प्रशासन नोटिस और तोड़फोड़ की कार्रवाई को अंजाम दे रहा है। जबकि हम 40 से 50 साल से इन मकान में रह रहे हैं। फरारा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि कुछ समय पहले 13 मकान मालिकों को पंचायत ने अतिक्रमण हटाने का नोटिस दिया था।

यह कार्रवाई पूरी तरह से बदले की भावना से प्रेरित थी। क्योंकि जिन लोगों का सड़क सीमा में मकान आ रहा है उन्हें तो नोटिस नहीं मिला। लेकिन 10 से 15 फीट पीछे स्थित मकान वालों को अतिक्रमण हटाने के नोटिस लगातार मिल रहे हैं। अधिकांश पीड़ितों ने कोर्ट से कार्रवाई पर स्टे भी ले रखा है, लेकिन लगातार पंचायत की ओर से उन्हें नोटिस और धमकियां देकर प्रताड़ित किया जा रहा है। करीब 3 महीने पहले पंचायत प्रशासन ने स्कूल के पास बनी सड़क को भी तोड़ दिया था, जहां बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए हैं और ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। लेकिन अभी तक इस सड़क की मरम्मत को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।

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