देवेंद्र शर्मा, राजसमंद, राजस्थान पल्स न्यूज़
राजसमंद जिले के खमनोर थाना क्षेत्र के चिकलवास गांव में दर्दनाक हादसा सामने आया है। बता दें कि निर्माणाधीन समुदाय भवन की छत गिरने से मलबे में दबने से चार लोगो की दर्दनाक मौत हो गई जबकि 9 लोग गंभीर घायल हो गए। जिनमें से आठ का नाथद्वारा चिकित्सालय में उपचार चल रहा है तो वहीं एक गंभीर घायल को उदयपुर रेफर किया गया है जहां उपचार चल रहा है। जानकारी के अनुसार चिकलवास गांव में कुछ दिन पूर्व ही सामुदायिक भवन का निर्माण हुआ था और इस भवन के छत भराव का कार्य 25 दिन पूर्व किया गया था।
लेकिन बीती रात करीब 11 बजे मेघवाल समाज के कुछ महिला एवं पुरुष सामुदायिक भवन पहुंचे और वहां साफ सफाई का कार्य कर रहे थे कि तभी भर-भराकर निर्माणाधीन भवन की छत गिर गई। जिसमें करीब 13 लोग दब गए। इस घटना की सूचना फैलते ही मौके पर ग्रामीणों भीड़ एकत्रित हो गई और इसके बाद इस घटना की जानकारी जिला प्रशासन और पुलिस को दी गई जिस पर राजसमंद जिला कलेक्टर डॉ भंवरलाल, जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी, एडीएम नरेश बुनकर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र पारीक, सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे साथ ही मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए मौके पर स्थानीय रेस्क्यू टीम द्वारा बचाव राहत कार्य शुरू किया लेकिन सफलता नहीं मिलती देख जिला कलेक्टर ने तुरंत प्रभाव से उदयपुर से एसडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाकर रेस्क्यू शुरू करवाया और ग्रामीणों की मदद से मलबे में दबे सभी लोगों को बाहर निकाला गया।
जिनमें से दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो व्यक्ति की अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ दिया। वही दो लगों को मामूली चोटें आए थी जिन्हें इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई जबकि 6 घायलों का नाथद्वारा चिकित्सालय में उपचार जारी है और एक गंभीर घायल का उदयपुर में। वही इस पूरे मामले में स्थानीय प्रशासन की लापरवाही सामने आ रही है, जिस पर जिला कलक्टर डॉ भंवरलाल ने कहा है कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही जिला कलक्टर ने कहा मृतकों के परिजन और घायलों को सरकार की स्कीम के तहत सहायता की जाएगी। आपको बता दें कि मृतकों के रिश्तेदार और भीम आर्मी, उदयपुर संभाग के पदाधिकारियों ने मृतकों के आश्रितों को मुआवजे की मांग उठाई है।