Sunday, November 24

जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़

भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के पिछले दिनों झालावाड़ दौरे को लेकर एक बार फिर से सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। राजनीति से जुड़े लोग इसके अलग-अलग मायने निकालने लगे हैं। वसुन्धरा राजे और उनके बेटे दुष्यंतसिंह के तीन दिवसीय इस दौरे ने प्रदेश में सियासी हलचलें बढ़ा दी है। अब चर्चा है कि क्या वसुन्धरा राजे प्रदेश में कोई बड़ा खेल करने वाली हैं।

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार वसुंधरा राजे जिस तरह से अपने बेटे सांसद दुष्यंत सिंह के साथ झालावाड़ जिले में सक्रिय नजर आने लगी हैं। उससे इस बात के कयास लगाए जाने लगे हैं कि वसुंधरा राजे किसी बड़ी तैयारी में हैं। झालावाड़ में संगठन पदाधिकारियों की बैठक लेते हुए वसुंधरा राजे ने कहा था कि चुनाव के लिए तैयार रहो। उनके इन बयानों को लेकर नई चर्चा शुरू हो गई है। सियासी गलियारों में उनके इस बयान को लेकर अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। चर्चा यह भी है कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश में होने वाले नगर निकाय और पंचायतराज चुनाव को लेकर संगठन के पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं। वहीं राजनीति के जानकारों का मानना है कि वसुंधरा राजे किसी बड़ी रणनीति पर काम कर रही हैं। इसीलिए उन्होंने इस तरह का बयान दिया है। बहरहाल, वसुंधरा राजे के इस बयान ने राजस्थान में सियासी हलचल तेज कर दी है।

प्रदेश में प्रदेश में वसुन्धरा राजे को जनाधार वाला नेता माना जाता है। पार्टी में उनकी गिनती कद्दावर नेताओं में की जाती है। वे प्रदेश की दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा की कम सीटें आने पर राजनीतिज्ञों ने उनकी कम सक्रियता को इसकी वजह बताया था।

अभी हाल ही में भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने वसुंधरा राजे के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच तकरीबन एक घंटे तक चर्चा हुई। लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री शर्मा की वसुंधरा राजे से हुई मुलाकात को सियासत में अहम माना जा रहा है। सियासी गलियारों में इस मुलाकात के भी कई मायने निकाले जा रहे हैं। सीएम शर्मा और वसुन्धरा राजे की इस मुलाकात के बाद राजे की तस्वीर एक बार फिर से पार्टी के पोस्टर में नजर आने लगी है। पार्टी मुख्यालय पर लगे एक पोस्टर में वसुन्धरा राजे की फोटो को देखी जा सकती है। हाल ही में जयपुर में हुई भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में भी वसुंधरा राजे मौजूद रहीं थी। लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश में 5 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। जिसे लेकर माना जा रहा है कि पार्टी में वसुंधरा राजे की अहमियत और ज्यादा बढ़ी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि विधानसभा उपचुनाव में वसुंधरा राजे कितनी सक्रिय नजर आती हैं और उनकी सक्रियता से पांच विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा को कितना फायदा मिलता है।

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