Friday, November 22

जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़

विधानसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कोटा विधायक शांति धारीवाल की ओर से बोले गए ‘अपशब्द’ ने प्रदेश की सियासत में हलचल मचा दी है। अब विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी नियमानुसार उनके खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी कर रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि वह इस मामले की वीडियो रिकॉर्डिंग देखेंगे और उसके बाद कोई निर्णय लेंगे।

प्रदेश में इस वक्त विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है और पूर्व कांग्रेस मंत्री शांति धारीवाल हर समय अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते दिखाई दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस बार इनकी जुबान इसकदर फिसली कि उन्होंने विधानसभा में ही अपशब्द का इस्तेमाल कर दिया। जिसे लेकर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गहलोत सरकार में पूर्व मंत्री शांति धारीवाल की निंदा करते हुए कहा है कि ये बहुत गंभीर बात है और वरिष्ठ विधायक के मुंह से ऐसे शब्द निकलना शर्मनाक है। देवनानी ने कहा है कि मैं पहले पूरा वीडियो देखुंगा और सदन के सदस्यों से चर्चा के बाद ही इस पर कोई निर्णय दूंगा।

इस मामल में भाजपा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने भी इस मुद्दे को लेकर कहा कि इस तरह के बयानों और असंसदीय भाषा से विधानसभा की गरिमा गिरी है। विधायक श्रीचंद कृपलानी ने इस मामले को लेकर पूर्व कांग्रेस मंत्री शांति धारीवाल पर कार्रवाई की मांग भी की है।

गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने गलत भाषा का इस्तेमाल करते हुए सभापति को कहा था कि ‘तुम कोटा के हो, कोटा में रहना है कि नहीं तुम्हें। शांति धारीवाल बोलने के फ्लो में सदन में गाली भी दे बैठे। ऐसे में ये सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि क्या सदन में गाली देना प्रक्रिया का हिस्सा माना जाए? फिलहाल ये वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल हो गया है।

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