Saturday, November 23

जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़

प्रदेश में कार्यरत तृतीय श्रेणी शिक्षकों लेकर एक बार फिर मुद्दा उठने लगा है। एक अर्से से थर्ड ग्रेड शिक्षक अपने तबादलों को तरस रहे हैं। सरकार ने कोई नीति नहीं बनाई, केवल आवेदन लिए जा रहें है। अब तो भाजपा के ही विधायक पब्बाराम बिश्नोई ने ही सवाल खड़ा किया कि सरकार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों को लेकर क्या नीति बना रही है, इस पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर कुछ ठोस जवाब देने की बजाय गोलमाल उत्तर दिया। शिक्षा मंत्री ने कहा  कि जो सौ प्रतिशत  मूक बधिर और दिव्यांग हैं। उनका ही ट्रांसफर होगा।

प्रदेश में बड़ी संख्या में डेपुटेशन
राजस्थान में बड़ी संख्या में शिक्षकों ने अपने डेपुटेशन करवा रखे है। मंत्री का तर्क है बिना किसी काम के डेपुटेशन किया गया है, वो निरस्त कर दिए है।

उन्होंने कहा कि जो दिव्यांग और  बीमार हैं। लंबी बीमारी से पीड़ित हैं, उनका डेपुटेशन निरस्त नहीं करेंगे। लेकिन तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों को लेकर वो कुछ भी खास नहीं बोले।   

वसुंधरा सरकार में हुए थे
जानकारी के अनुसार निवर्तमान गहलोत सरकार के समय दो हजार से भी ज्यादा आवेदन लिए गए थे, लेकिन किसी तरह की नीति बनी ही नहीं।   योजना सिरे ही नहीं चढ़ी। बताया जा रहा है कि वसुंधरा राजे की सरकार के समय  तबादले आखिरी बार हुए थे। उसके बाद से आज तक तृतीय श्रेणी शिक्षकों को अपने तबादलो  के लिए इंतजार है।

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