Saturday, November 23

जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़

प्रदेश में पांच विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर प्रमुख राजनीतिक दलों में तैयारियां तेज होती जा रही हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अपनी अलग-अलग रणनीति बनाकर काम कर रहे हैं। भाजपा अपने पुराने चेहरों पर दावं लगाने के प्रयास में है, वहीं कांग्रेस अभी अपने कार्यकर्ताओं से स्थानीय नेताओं के फीडबैक लेने में जुटी है।

राजनीतिक सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा उपचुनाव तक अध्यक्ष बने रह सकते हैं। पार्टी आलाकमान अभी उन्हें इस पद से हटाने के मूड में नजर नहीं आ रहा है। पांच विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के चयन के लिए फीडबैक लिया जा रहा है। जमीन पर जो प्रत्याशी के लिए फीडबैक होगा, उसके नाम पर ही मुहर लग सकती है। सभी पांचों सीटों पर इंडिया गठबंधन विधायक से सांसद बने परिवार से ही किसी को मैदान में उतारने पर भी सोचा जा रहा है। जिससे सहानिभूति में सीटें आसानी से निकल सकें।

इसके लिए उन क्षेत्रों के कुछ दिग्गज नेताओं की भी राय और सलाह महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार बीजेपी इसके लिए विधिवत कमेटी बना चुकी है, जिसे लेकर काम अभी चल रहा है।

बीजेपी में बड़ी समस्या यह है कि सीपी जोशी के अध्यक्ष बनने के बाद से संगठन पूरी तरह से एक्टिव नहीं रहा है। इसका असर यह रहा है कि जिला अध्यक्ष, मडंल अध्यक्ष आदि पदों पर वर्षों से जमे नेताओं में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जो वहां पर गुटबाजी में शामिल है, जिसका असर लोकसभा चुनाव पर भी पड़ा माना जा रहा है लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। इसलिए पार्टी को अब मंडल अध्यक्ष और बूथ अध्यक्ष तक काम करना होगा। मदन राठौड़ के अध्यक्ष बनने के बाद से यह लगता है कि आने वाले दिनों में उपचुनाव को लेकर यह सब हो सकता है।

जानकारों के अनुसार कांग्रेस अभी बहुत उत्साहित है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद से कांग्रेस में उपचुनाव जीतने के लिए पूरी तैयारी है। जिसे लेकर पूरी तैयारी चल रही है। जो विधायक सांसद बने हैं वो अपने हिसाब से टिकट दिए जाने की पैरवी कर रहे हैं। लेकिन, उनकी ये बात तभी सुनी जाएगी जब उनके साथ वो नेता भी शामिल होंगे जो संबंधित विधानसभा क्षेत्र में अपना प्रभाव रखते हैं। माना जा रहा है कि यह उपचुनाव कई नेताओं के भाग्य का फैसला भी करेगा।

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