Sunday, September 22

दिल्ली। Rajasthan Pulse News

राज्यसभा में आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण के दौरान ही विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। इंड़िया के घटक दलों की मांग थी कि प्रधानमंत्री के भाषण के बीच विपक्ष के नेता को हस्तक्षेप करने की अनुमति दी जाए। असल में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मोदी के जवाब में हस्तक्षेप चाहते थे, हालांकि, सभापति जगदीप धनखड़ ने इसे खारिज कर दिया। इसके बाद इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने नारेबाजी की और विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति देने की मांग की। पीएम मोदी ने नारेबाजी के बीच अपना भाषण जारी रखा। यह कुछ समय तक चलता रहा और खड़गे बार-बार बोलने की अनुमति की मांग भी करते रहे, लेकिन जब तक अनुमति मिली, तब तक इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इसके बाद जगदीप धनखड़ ने निंदा करते हुए कहा कि यह तो संविधान का अपमान है। मोदी ने भी वॉकआउट की निंदा की और कहा कि वह कोई अंक हासिल करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं, बल्कि अपनी सरकार के प्रदर्शन का लेखा-जोखा देने के लिए बाध्य हैं।

यह बोले धनखड़
सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि उन्होंने आग्रह किया है कि विपक्ष के नेता को बिना किसी व्यवधान के बोलने के लिए पर्याप्त समय दिया गया तो पीएम को भी ध्यान से सुना जाए। मगर आज उन्होंने सदन को पीछे नहीं छोड़ा, उन्होंने गरिमा को पीछे छोड़ा है। आज उन्होंने मुझे पीठ नहीं दिखाई, उन्होंने भारत के संविधान को पीठ दिखाई है। उनके आचरण की निंदा करता हूं। यह एक ऐसा अवसर है, जहां उन्होंने भारतीय संविधान को चुनौती दी है।

सत्य सुनने की ताकत नहीं- मोदी
वॉकआउट पर चुटकी लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज देश देख रहा है, कि झूठ फैलाने वालों के पास में सत्य सुनने की ताकत नहीं है। अपने द्वारा ही उठाए हुए सवालों के जवाब सुनने की हिम्मत नहीं है। ये अपर हाउस को अपमानित कर रहे हैं। देश की जनता ने हर प्रकार से उनको इतना पराजित कर दिया है कि अब उनके पास गली-मोहल्ले में चीखने के सिवाय कुछ बचा नहीं है। नारेबाजी, हो-हल्ला और मैदान छोड़कर भाग जाना… यही उनके नसीब में लिखा हुआ है। पीएम ने कहा कि जतना जो जनादेश दिया है, ये वो पचा नहीं पा रहे हैं।

खड़गे की सफाई
राज्यसभा से विपक्ष के वॉकआउट पर कांग्रेस नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम इसलिए बाहर आ गए, क्योंकि प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सदन को संबोधित कर रहे थे और उन्होंने सदन को कुछ गलत बातें बताईं। झूठ बोलना और सच्चाई से परे बातें कहना उनकी आदत है। मैंने उनसे सिर्फ यही पूछा था, जब वह संविधान के बारे में बोल रहे थे आज जो संविधान को बचाने के लिए ढिंढोरा पीट रहे हैं।

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