Sunday, September 22

नई दिल्ली, राजस्थान पल्स न्यूज़

केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए ने राज्यसभा में बहुमत हासिल कर लिया है। राज्यसभा के होने वाले उपचुनाव में वोटिंग की नौबत ही नहीं आई और 12 सदस्य निर्विरोध चुने गए। जिनमें भाजपा के 9 और सहयोगी दलों के 2 सदस्य शामिल हैं।

अब राज्यसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या 96 और एनडीए के सदस्यों की संख्या बढ़कर 112 हो गई है। भाजपा के 9 सदस्यों के अलावा निर्विरोध चुने गए तीन अन्य सदस्यों में एनडीए के सहयोगी दल एन सी पी के अजीत पवार गुट और राष्ट्रीय लोक मंच के एक-एक सदस्य हैं। वहीं कांग्रेस के अभिषेक मनुसिंघवी तेलंगाना से निर्विरोध चुने गए हैं। एनडीए को छह मनोनीत सदस्य और एक स्वतंत्र सदस्य का भी समर्थन मिला हुआ है।

राज्यसभा में कुल 245 सीटें हैं। जिनमें से 8 सीटें फिलहाल रिक्त हैं। जिसमें से चार सीटें जम्मू-कश्मीर से रिक्त हैं और चार मनोनीत सदस्यों के लिए हैं।अभी राज्यसभा की ताकत 237 सीट हैं, ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 119 है।

राज्यसभा सदस्यों के लिए 9 राज्यों की 12 सीटों पर उपचुनाव होने थे। इन उपचुनाव में वोटिंग की स्थिति ही नहीं बनी, सभी सदस्य निर्विरोध ही चुने गए। जिनमें भाजपा के असम से मिशनरंजन दास व रामेश्वर तेली, हरियाणा से किरण चौधरी, राजस्थान से रवनीतसिंह बिट्टू, त्रिपुरा से भट्टाचार्जी, मध्यप्रदेश से जॉर्ज कुरियन, महाराष्ट्र से धीर्यशील पाटिल, ओडिशा से ममता मोहंती व बिहार से मननकुमार मिश्रा हैं। इनके अलावा एनसीपी अजीत पवार गुट के नितिन पाटिल महाराष्ट्र से और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेन्द्र कुशवाह उत्तर प्रदेश से राज्यसभा पहुंचे हैं।

जानकारों के मुताबिक राज्यसभा में बहुमत हासिल करने के बाद अब एनडीए ऐसे विधयेक भी पारित करा सकेगा, जिन्हें विपक्षी दल विवादास्पद मानते हैं और जनता के बीच उन विधयेकों के बारे में गलत जानकारियां देते हैं। ऐसे कई विधेयक वर्तमान में राज्यसभा में रुके हुए बताए जा रहें हैं।

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