जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज
प्रदेश में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही सियासी हलचल तेज हो गई है। भारत आदिवासी पार्टी ने भी चौरासी विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवार का नाम घोषित कर दिया है। इस घोषणा के साथ ही बीएपी में फूट सामने आने लगी है।
राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक चौरासी विधानसभा सीट भारत आदिवासी पार्टी से फाउंडर मेंबर और राजकुमार रोत के करीबी पोपट खोखरिया के बीएपी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। दरअसल, बीएपी ने इस सीट पर अनिल कटारा को अपना प्रत्याशी बनाया है। जिससे पोपट खोखरिया और उनके समर्थकों में नाराजगी है। इसी नाराजगी के चलते खोखरिया के आव्हान पर उनके समर्थक उनके निवास पर जुटे।
पोपट खोखरिया को उपचुनाव में टिकट न मिलने पर उनके समर्थकों ने आक्रोश जताया। पोपट खोखरिया की ओर से एक समिति बनाई गई है, जो बीएपी की केंद्रीय एकीकरण कमेटी से बात करेगी। कमेटी से बातचीत में सकारात्मक नतीजा न आने पर आगे का फैसला लिया जाएगा। पोपट खोखरिया को लेकर चर्चा है कि वह कांग्रेस के प्रत्याशी बन कर चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार
पोपट खोखरिया के बगावती रुख से चौरासी, डूगंरपुर की राजनीति में राजकुमार रोत और आदिवासी पार्टी के लिए बड़ा झटका समझा जा सकता है। क्योंकि पोपट खोखरिया बीएपी के फाउंडिंग मेंबर हैं। शनिवार को चौरासी सीट से अनिल कटारा के नाम की घोषणा होने के बाद खोखरिया ने सोशल मीडिया की एक पोस्ट में लिखा कि “बहुत जल्द फैसला लिया जाएगा। कोई भाई मायूस न हो।” यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि पोपट खोखरिया चौरासी से खुद के लिए टिकट मांग रहे थे, उन्होंने सर्वे के पोल में ख़ुद को ज्यादा मतदान मिलने का दावा किया है।