Sunday, November 24

जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़

प्रदेश के सियासी गलियारों में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं ने संगठन में बदलाव करते हुए प्रदेश अध्यक्ष बदल दिया है, साथ ही नए प्रभारी और सह-प्रभारी भी नियुक्त कर दिए हैं। अब चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि जल्द ही भजनलाल सरकार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती है। मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल के कयास भी लगाए जा रहे हैं।

राजनीतिक सूत्रों के अनुसार विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद संगठन में बदलाव देखने को मिल सकता है। गौरतलब है कि 25 जुलाई को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद ही बीजेपी ने प्रदेश में पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की थी।

राजनीतिक सूत्रों के अनुसार कैबिनेट विस्तार की चर्चा इसलिए भी जोरों पर चल रही है क्योंकि भजनलाल सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके पास कृषि, ग्रामीण विकास, आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विभाग थे। हालांकि डॉ. मीणा का इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है और न ही उनके विभाग किसी और मंत्री को दिए गए हैं। माना यह जा रहा है कि डॉ. मीणा को कोई और मंत्रालय देकर मनाने की कोशिश की जा सकती है।
सूत्रों के अनुसार डॉ. किरोड़ीलाल मीणा पंचायती राज मंत्रालय नहीं मिलने से नाराज बताए जा रहे हैं। प्रदेश में परंपरा रही है कि कृषि मंत्री को ही पंचायती राज का जिम्मा दिया जाता रहा है लेकिन इस बार दोनों विभाग अलग-अलग मंत्रियों को दे दिए गए। ऐसे में मंत्रालयों के बंटवारे में फेरबदल तय माना जा रहा है।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि प्रदेश में जल्द ही पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। ऐसे में कैबिनेट विस्तार के जरिए जातीय समीकरण साधने की कोशिश हो सकती है। फिलहाल मुख्यमंत्री सहित 24 मंत्री हैं। माना जा रहा है कि सभी वर्गों को साधने के लिए यह संख्या 30 तक जा सकती है।

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