Saturday, September 21

राजस्थान पल्स न्यूज

विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट की चर्चा देश भर में हो रही है। आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने प्रसाद में मिलावट का आरोप लगाया था। इन लड्डुओं में जानवरों की चर्बी की खबर सुनकर देशभर के श्रद्धालु चिंता में पड़ गए हैं। कई लोगों ने तो इन लड्डुओं से तौबा भी कर ली वहीं अब मंदिर के ट्रस्ट तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने ‘लड्डू प्रसादम’ में इस्तेमाल घी की गुणवत्ता को लेकर श्रद्धालुओं की चिंताओं के बीच बड़ा बयान दिया है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने कहा है कि इस पवित्र प्रसाद की शुचिता बहाल कर दी गई है। अर्थात अब प्रसादम में किसी प्रकार की मिलावट नहीं है।

क्या है विवाद
बीते शुक्रवार को प्रयोगशाला रिपोर्ट का हवाला देते हुए TTD ने कहा कि घी में ‘लार्ड’ (सूअर की चर्बी) और अन्य अशुद्धियां पाई गई हैं। TTD के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने कहा कि प्रयोगशाला जांच में चयनित नमूनों में पशु चर्बी की मौजूदगी का पता चला है और बोर्ड ‘मिलावटी’ घी की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार को काली सूची में डालने की प्रक्रिया में लगा है।  इस मुद्दे को लेकर पूर्ववर्ती वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सरकार पर आरोप लगाए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने इसे ‘‘ध्यान भटकाने की राजनीति’’ और ‘‘मनगढ़ंत कहानी’’ बताया।

केंद्र सरकार ने मांगी रिपोर्ट
वहीं पूरे विवाद के बाद केंद्र सरकार ने इस मामले पर आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है और उचित कार्रवाई करने का वादा किया है। केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आरोपों की जांच कराने की बात कही है।

TTD ने क्या दी जानकारी
तिरुमला पर्वत पर स्थित श्री वेंकेटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करने वाले टीटीडी ने शुक्रवार रात सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि श्रीवारी लड्डू की पवित्रता अब बेदाग है। मंदिर बोर्ड ने एक पोस्ट में कहा, ‘श्रीवारी लड्डू की दिव्यता और पवित्रता अब बेदाग है। टीटीडी सभी भक्तों की संतुष्टि के लिए लड्डू प्रसादम की पवित्रता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।’

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