लखनऊ, राजस्थान प्लस न्यूज।
सावन माह में भगवान शंकर हो जलाभिषेक करने का खास महत्व है। इसको देखते हुए देश के छोटे-बड़े नगरों में कांवड़ यात्राएं निकली है। खासकर उत्तर प्रदेश में हजारों की संख्या में श्रद्धालु कांवड़ में जल भरकर भगवान शंकर के चढ़ाते हैं। इस बार सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक आदेश जारी कर कहा है कि कांवड़ यात्रा के रास्ते में पड़ने वाली सभी तरह की दुकानों पर दुकानदार को अपना नाम और पूरा ब्योरा लिखना पड़ेगा।
सरकार का कहना है कि कांवड़ यात्रियों की शुचिता बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इसके अलावा, हलाल प्रमाणीकरण वाले उत्पाद बेचने वालों पर भी कार्रवाई होगी। यूपी में मुजफ्फरनगर पुलिस ने सबसे पहले दुकानों के बाहर दुकानदारों को अपना नाम लिखने का आदेश दिया था। पुलिस का तर्क था कि इससे कांवड़ यात्रियों में असमंजस की स्थिति नहीं होगी। यानि दुकानदार कौन है-क्या है इत्यादि। हलांकि इस आदेश के बाद कई तरह की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई। इसमें सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पुलिस के इस निर्णय को सामाजिक अपराध बताया था। एआईएमआईए प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तानाशाह फैसला बताया था।
इस साल कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है, जो 19 अगस्त तक चलेगी। यूपी में हर साल 4 लाख कांवड़िए हरिद्वार से जल उठाते हैं। भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा- एक सीमित प्रशासनिक दिशा-निर्देश के कारण इस तरह का असमंजस हुआ था, खुशी है कि राज्य सरकार ने जो भी सांप्रदायिक भ्रम पैदा हुआ था, उसे दूर किया है। उन्होंने कहा है कि आस्था का सम्मान और आस्था की सुरक्षा पर सांप्रदायिक सियासत नहीं होनी चाहिए।