बीकानेर, राजस्थान पल्स न्यूज।
दीपावली को लेकर चल रहे भ्रम के बीच में जहां बीकानेर के विद्वान पंड़ितों ने एकराय होकर एक नवंबर को दीवाली मनाने का निर्णय किया था। उसी के अनुसार अब कोलकाता प्रवासी बीकानेर पुष्टिकर समाज ने भी एक नवंबर को दीपावली मनाने का निर्णय किया है। इसको लेकर कोलकाता महानगर में प्रवास करने वाले पुष्टिकर समाज के विद्वान पंड़ितों की एक बैठक हुई।
इसमें सभी पंचागों और शास्त्र के मंथन के साथ ही विद्वानों ने एक राय होकर एक नवंबर को दीपावली बनाने का फैसला दिया। ऐसे में अब कोलकाता में रहने वाले पुष्टिकर समाज के लोग एक नवंबर को ही दीवाली मनाएंगे। पंड़ित दाऊ लाल ओझा झालापट्टा (यागिक सम्राट) ने बताया कि दीवाली की तिथि के भ्रम को लेकर लोग असमंजस में थे। इसको देखते कोलकाता में प्रवास कर रहे पुष्टिकर समाज के ख्यातिनाम पंड़ितों ने एक मत से यह निर्णय किया है, ताकि आमजन को परेशानी नहीं हो। साथ ही कोई भी भ्रमित नहीं हो। धर्म सागर पंचांग सहित शास्त्रों के आधार पर आज पंड़ितों में आपस में मंथन किया इसके बाद एक राय तय हुई। पंड़ितों ने अपने-अपने मत रखे।
यह विद्वान रहे शामिल
इस निर्णय के लिए बैठक में पंड़ित काली दास किराडू , शिव किशन किराडू, सुरेन्द्र ओझा,मनीष पुरोहित राधे पंचांग, जितेन्द्र आचार्य गृहस्थ पंचांग, संजय बिस्सा, विश्वनाथ व्यास, लालचंद किराडू, राहुल थानवी, नव रतन कल्ला, श्रीकांत छंगाणी, कर्मकांड़ी पं.सुरेन्द्र कुमार ओझा सहित बड़ी संख्या में विद्वानों ने 1 नवंबर को दीपावली मनाने और श्री लक्ष्मी पूजन करने की सहमति दे कर इसे शास्त्रोचित बताया।