Friday, November 22

कोलकाता, राजस्थान पल्स न्यूज।

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के आधा दर्जन ठिकानों पर आज ईडी की छापेमारी चल रही है। घोष पर वित्तीय गड़बड़ियों का आरोप है। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर लिया है। छापेमारी के दौरान घोष का बेलियाघाटा वाला घर भी शामिल है। इसके अलावा एजेंसी हावड़ा और सुभाषग्राम में अन्य दो स्थानों पर भी छानबीन कर रही है।

उधर इस मामले की जांच सीबीआई भी कर रही है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने 13 अगस्त को सीबीआई को आरजी कर दुष्कर्म-हत्या केस और अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी की जांच सौंपी थी। सीबीआई जांच के खिलाफ घोष की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी है।

सीबीआई ने घोष को 2 सितंबर को गिरफ्तार किया था। वह 8 दिन की सीबीआई कस्टडी में है। पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग घोष को निलम्बित कर चुका है। इससे पहले 28 अगस्त को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने संदीप घोष की सदस्यता रद्द कर दी थी।

वारदात के अगले दिन दिया मरम्मत का आदेश
इस बीच 5 सितंबर को सीबीआई की जांच में सामने आया है कि ट्रेनी डॉक्टर के दुष्कर्म-हत्या के अगले दिन ही संदीप घोष ने सेमिनार हॉल से लगे कमरों की मरम्मत का आदेश दिया था। ट्रेनी डॉक्टर का शव 9 अगस्त की सुबह सेमिनार हॉल में ही मिला था।

सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जिनमें इस बात की पुष्टि हुई है कि संदीप घोष ने 10 अगस्त को पत्र लिखकर स्टेट पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) को सेमिनार हॉल से लगे कमरे और टॉयलेट की मरम्मत करने को कहा था। इस स्वीकृति पत्र पर घोष के साइन भी हैं।

वित्तीय गड़बड़ी और वारदात के बीच कड़ी बन सकता है यह पत्र
जांच अधिकारियों का कहना है कि मरम्मत कराने के पत्र से यह साफ हो रहा है कि घोष को यह काम कराने की जल्दी थी, लिहाजा यह दस्तावेज दुष्कर्म-हत्या मामले और आरजी कर कॉलेज में वित्तीय गड़बड़ी के बीच कड़ी जोड़ने में मदद कर सकता है।

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