Sunday, September 22

दिल्ली डेस्क, राजस्थान पल्स न्यूज।

उत्तराखंड में बारिश ने अपना रोद्र रूप धारण कर रखा है। बारिश से लैंडस्लाइड हो रहा है। बादल फटने के बाद स्थिति खराब हो गई है। खासकर केदारनाथ में सैकड़ों यात्री फंस गए है, बिगड़े मौसम को देखते हुए केदारनाथ यात्रा दो दिन के लिए रोक दी है। पैदल रूट पर लिनचोली, भीमबली में अलग-अलग जगह फंसे करीब पांच हजार लोगों को बचाया जा सका है। बचाव कार्य में सेना और एनडीएफआर की टीम जुटी है। इसमें सेना के हेलिकॉप्टर की भी मदद ली गई। बताया जा रहा है कि अभी भी 300 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं।

वहीं भारी बारिश के कारण हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, रुद्रप्रयाग और नैनीताल में अब तक 16 लोगों की मौत के समाचार भी सामने आ रहे हैं। राज्य में 48 घंटे के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी है।

केदारनाथ में राहत बचाव कार्य के लिए केंद्र सरकार ने MI-17 और चिनूक हेलीकॉप्टर उत्तराखंड भेजे हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पीएम मोदी से इसके लिए अनुरोध किया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी के लिए दोनों हेलीकॉप्टर भेजे हैं। तीन टैंकर एटीएफ की मदद भी भेजी गई है। ताकि केदारनाथ के अलग-अलग स्थान पर फंसे लोगों को जल्द ही निकाला जा सके।  

वैकल्पिक मार्ग बनाया
उधर केदारनाथ के अलग-अलग स्थान पर फंसे लोगों को बचाने का कार्य जारी है। एसडीआरएफ के साथ ही एनडीआरएफ की टीम भी ऑपरेशन में जुटी हुई है। सोनप्रयाग में एनडीआरएफ की एक टीम मौजूद है। जो लगातार लोगों के रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है।

एनडीआरएफ के अनुसार आपदा आने के बाद टीम ने सबसे पहले लोगों को सेफ जोन में शिफ्ट किया गया था, आज सुबह से लगातार लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। लोगों को निकालने के लिए पहले वैकल्पिक रूट तैयार किया गया है। इसी से लोगों को निकाला जा रहा है।

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