Friday, November 22

– बोले-पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा

दिल्ली डेस्क, राजस्थान पल्स न्यूज।

देश आज कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस अवसर पर   प्रधानमंत्री मोदी ने लद्दाख में 1999 की जंग के नायकों को श्रद्धांजलि दी। वह कारगिल वॉर मेमोरियल भी गए। करीब 20 मिनट के संबोधन में PM ने कई मुद्दो पर बात की। पीएम ने आतंकवाद आकाओ को ललकारते हुए कहा कि वे अपने मंसूबों मे कामयाब नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा। अतीत में आतंकवाद को लेकर उनके हर प्रयास विफल रहे। पीएम ने कहा कि वो जहां अभी खड़े है, वहां से आतंक के आकाओं तक उनकी आवाज पहुंच रही होगी। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा- सेना का रिफॉर्म्स हमारी पहली प्राथमिकता है। इसी का हिस्सा अग्निपथ योजना है। संसद में एक अर्से तक महज इस मुद्दे को लेकर चर्चा ही हुई है, किसी ने बदलाव की इच्छा शक्ति नहीं दिखाई। पीएम ने कहा कि उनके लिए सेना का मतलब 140 करोड़ देशवासियों की सुरक्षा और शांति की गारंटी है।  अग्निपथ योजना माध्यम से हमने इसे साकार किया है। दुर्भाग्य से इतने संवेदनशील विषय को कुछ लोगों ने राजनीति का विषय बना दिया है।

टनल की आधारशिला रखी, दुनिया की सबसे ऊंची बनेगी
प्रधानमंत्री मोदी ने कारगिल वॉर मेमोरियल पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद लद्दाख में शिंकुन ला टनल परियोजना के लिए पहला वर्चुअल ब्लास्ट किया। यह दुनिया की सबसे ऊंचाई पर बनने वाली टनल है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई करीब 15,800 फीट है। यह हिमाचल प्रदेश की लाहौल वैली को लद्दाख की जास्कर वैली से जोड़ेगी।

4.1 KM लंबी यह टनल निमू-पदुम-दारचा रोड पर बनाई जाएगी। इसे बनाने में करीब 1681 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इसके निर्माण  का जिम्मा सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) का रहेगा, जो करीब दो साल में बनाकर तैयार करेगा। यह टनल बनने बाद वर्षभर यहां आवाजाही रहेगी। यहां साल के चार-पांच महीने बर्फ जमी रहती है।  

बोले देश की विजय थी
पीएम मोदी ने कहा कि कारगिल की जीत तो देश की जीत थी। देश की विरासत है। यह किसी  व्यक्ति, दल की नहीं थी। उन्होंने कहा कि देश की जनता का आशीर्वाद है कि उन्हें तीसरी बार मौका दिया, जो आज यह दिन मना रहे हैं। यह देश के गर्व और स्वाभिमान का पर्व है। पीएम ने कहा कि 140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से नमन करते हैं।  

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