दिल्ली। Rajasthan Pulse News
गलवान घाटी में चार साल पहले हुई झड़प के बाद से ही भारत सरकार ड्रैगन को करारा जबाव दे रहा ही है। इसी बीच आज विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का एक बयान सामने आया है। उन्होंने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि भारत सीमा पर शांति चाहता है और इसके प्रयास जारी हैं। वर्ष 2020 में चीन ने यह नापाक हरकत की थी। इसको लेकर भारत सख्त रवैया अपनाए हुए है। प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि “गलवान के संबंध में, हमने पहले भी कहा है कि दोतरफा बातचीत चल रही है। एक आर्मी टू आर्मी और दूसरी राजनीतिक स्तर पर बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा है कि हम चाहते हैं कि सीमा पर शांति हो। गलवान घाटी में घटी घटना को 4 साल बीते चुके हैं ।भारत-चीन के बीच तनाव के बीच बातचीत जारी है।
ये बीते पांच दशकों में दोनों देशों के बीच एलएसी पर हुई पहली घातक झड़प थी, जिसने द्विपक्षीय संबंधों को काफी तनावपूर्ण बना दिया। गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच तनाव अभी जारी है । भारत ने गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद से एलएसी पर सैन्य बल, निगरानी और युद्ध क्षमताओं में इजाफा किया है।