दिल्ली। Rajasthan Pulse News
उत्तर प्रदेश के हाथरस में दिल दहला देने वाला हादसा हुआ है। इसमें सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा बैठे है। कहने को तो लोग सत्संग सुनने के लिए गए थे, लेकिन यह किसने सोचा था कि यह सत्संग उनके लिए मौत लेकर आएगा। सूत्रों की माने तो हादसे में अब तक करीब 122 लोगों की मौत के समाचार सामने आ रहे है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है, आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज भी किया गया है। लेकिन सत्संग करने वाले बाबा का नाम इसमें नहीं है। सत्संग हाथरस से 47 किमी दूर फुलरई गांव में चल रहा था। इसमें 20 हजार से ज्यादा लोग जमा थे। इसमें मृतकों को संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए है।
राज्य सभा में संवेदना
हाथरस हादसे के बाद आज राज्यसभा में भी मृतकों के प्रति शोक जताया गया। पूरे सदन ने मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं सभापति जगदीप धनखड ने हादसे में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना जताई। साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों के लिए नियमावली बननी चाहिए। नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कई बाबा तो जेल में है। ऐसा कानून बनना चाहिए, जिससे अंध श्रद्धा पर रोक लगे, जो असली लोग है, उन्हें आने दो, जो नकली है, वे आश्रम बनाकर लोगों को लूट रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार हरि भोले बाबा के सत्संग के दौरान मंगलवार को भगदड़ मचने से 122 लोगों की मौत हो गई। इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। 150 से ज्यादा लोग घायल हैं।