कोलकाता, राजस्थान पल्स न्यूज।
पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और सीपीआई (एम) के वरिष्ठ नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य आज निधन हो गया। उन्होंने 80 साल की उम्र में कोलकाता स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। सीपीआई (एम) के राज्य सचिव ने मौत की पुष्टि की है। भट्टाचार्य लंबे समय से बीमार थे। उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत थी। बीते कुछ समय से उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था।
भट्टाचार्य ने सीपीआई (एम) की सरकार में 2000 से 2011 तक, 11 साल तक बंगाल का सीएम पद संभाला है। वहीं 1977 से 2000 तक ज्योति बसु के नेतृत्व में सीपीआई (एम) की सरकार थी। लगातार 34 साल सत्ता में रहने के बाद 2011 में तृणमूल कांग्रेस ने कम्युनिस्ट पार्टी को सत्ता से हटाया था।
बुद्धदेव को पश्चिम बंगाल की औद्योगिक क्रांति के लिए जाना जाता है। उनके परिवार में उनकी पत्नी मीरा और बेटी सुचेतना हैं। पद्म भूषण सम्मान लेने से मना करने वाले बुद्धदेव भट्टाचार्य के देहांत पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने दुख जताया।
बुद्धदेव भट्टाचार्य का जन्म 1 मार्च 1944 को उत्तरी कोलकाता में एक बंगाली ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके दादा कृष्णचंद्र स्मृतितीर्थ वर्तमान बांग्लादेश के मदारीपुर जिले के रहने वाले थे। बुद्धदेव के पिता नेपालचंद्र ने पारिवारिक प्रकाशन सारस्वत लाइब्रेरी से जुड़े थे। बुद्धदेव भट्टाचार्य की शुरुआती पढ़ाई कोलकाता के ही शैलेन्द्र सरकार स्कूल से हुई थी।
वर्ष 2022 में बुद्धदेव भट्टाचार्य को पद्म भूषण देने की घोषणा की गई थी, लेकिन उन्होंने इसे लेने से इनकार कर दिया। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद देश में एनडीए की सरकार आई थी, तब गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का पीएम चुना गया था। चुनाव से पहले बुद्धदेव भट्टाचार्य ने कहा था- अगर मोदी पीएम बनते हैं तो ये देश के लिए बहुत खतरनाक होगा।