नई दिल्ली, राजस्थान पल्स न्यूज।
मोदी सरकार के विदेश मंत्री एस जयशंकर पहली बार पाकिस्तान जाएंगे। जयशंकर अपने नौ साल के कार्यालय में पाकिस्तान की पहली यात्रा करेंगे। विदेश मंत्री पाकिस्तान के इस्लामाबाद में 15-16 को होने वाली एससीओ के काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ गवर्नमें की बैठक में शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इसकी जानकारी दी है। यह 9 साल में पहली बार होगा जब भारत का कोई मंत्री पाकिस्तान जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस जब जायसवाल से यह सवाल किया गया कि क्या भारत-पाक में रिश्तों को सुधारने के प्रयास करने के लिए विदेश मंत्री जा रहे हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि भारत एसीओ चार्टर को लेकर प्रतिबद्ध है। जयशंकर की यात्रा का यही कारण है। इसका कोई और मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।
दरअसल, पाकिस्तान ने 29 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बैठक के लिए न्योता दिया था। पाकिस्तान की विदेश विभाग की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा था कि बैठक में भाग लेने के लिए सभी सदस्य देशों के प्रमुखों को निमंत्रण भेजा गया है। इसके बाद 30 अगस्त को मोदी को मिले आमंत्रण से जुड़े सवाल पर जयशंकर ने कहा था, “पाकिस्तान से बातचीत करने का दौर खत्म हो चुका है। हर चीज का समय होता है, हर काम कभी ना कभी अपने अंजाम तक पहुंचता है। जहां तक जम्मू-कश्मीर का सवाल है तो अब वहां आर्टिकल 370 हट चुका है, यानी मुद्दा ही खत्म हो चुका है। अब हमें पाकिस्तान के साथ किसी रिश्ते पर क्यों विचार करना चाहिए।”
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी आखिरी बार वर्ष 2015 में एक सरप्राइज विजिट पर लाहौर गए थे। तब उन्होंने पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से मुलाकात की थी। इसके बाद दिसंबर 2015 में भारत की तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी पाकिस्तान दौरे पर गई थीं। उनके बाद अब तक कोई मंत्री नहीं गया, अब विदेश मंत्री जा रहे हैं।उनके इस दौरे के बाद से भारत के किसी भी प्रधानमंत्री या मंत्री ने पाकिस्तान की यात्रा नहीं की है। 2019 में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया। तब से दोनों देशों के बीच कोई हाई-लेवल बैठक नहीं हुई है।