Sunday, September 22

दिल्ली डेस्क, राजस्थान पल्स न्यूज।

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक ट्रेन डाक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और उसकी हत्या के प्रकरण की गुत्थी अभी भी उलझी है। देशभर में डाक्टर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं आज मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है। इस बीच सीजेआई  ने कहा- डॉक्टर काम पर लौट आएं। अगर आप काम पर वापस नहीं लौटेंगे तो सार्वजनिक प्रशासनिक ढांचा कैसे चलेगा।  उन्होंने कहा कि अस्पतालों की स्थिति जानता हूं। वो खुद एक सरकारी अस्पताल के फर्श पर सोया हूं, जब उनके परिवार का एक सदस्य बीमार था।

सीजेआई के अनुसार उन्हें  बहुत सारे ईमेल मिले हैं, जिसमें डॉक्टरों ने कहा है कि उन पर बहुत ज्यादा दबाव है। साथ ही 48 या 36 घंटे की ड्यूटी अच्छी नहीं है। हम इसे आज अपने आदेश में जोड़ देंगे।

हुई क्राइम सीन से छेड़छाड़
मामले की सुनवाई के दौरान ही सीबीआई ने न्यायालय में कहा है कि क्राइम सीन से छेड़छाड़ हुई है। जस्टिस जेबी पारदीवाला ने कहा- कोलकाता पुलिस की भूमिका पर संदेह है। जांच में ऐसी लापरवाही अपने 30 साल के करियर में नहीं देखी। सुनवाई के दौरान दूसरे पक्ष की ओर से कपिल सिम्बल पैरवी कर रहे हैं।  सुप्रीम कोर्ट ने मामला दर्ज होने से लेकर पंचनामा तक के बारे में पूछताछ की है।

राज्य सरकार के कार्य पर सवाल?
जस्टिस पारदीवाला ने कहा है किराज्य सरकार ने इस मामले में जिस तरह से काम किया है, जो उन्होंने अपने 30 साल के करियर में नहीं देखा। पहली बात, क्या यह सच है कि अननैचुरल डेथ रिपोर्ट 10:30 बजे दर्ज की गई थी? दूसरी बात, यह असिस्टेंट सुपरिडेंडेंट नॉन-मेडिकल कौन है, उसका आचरण भी बहुत संदिग्ध है, उसने ऐसा व्यवहार क्यों किया? जस्टिस पारदीवाला ने कहा-यहां एक जिम्मेदार पुलिस अधिकारी को मौजूद रखें। हमें अभी तक यह जवाब नहीं मिला है कि यूडी केस कब दर्ज हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हमारे पास जो रिपोर्ट है, उससे पता चलता है कि जांच पंचनामा और पोस्टमार्टम के बाद यूडी केस दर्ज हुआ।  न्यायालय में जिरह के दौरान बंगाल सरकार के वकील सिब्बल ने एसजी से कहा- आप केवल पानी में कीचड़ डाल रहे हैं। एसजी ने जवाब दिया- हम केवल पानी से कीचड़ हटा रहे हैं। सुनवाई अभी जारी है, लंच ब्रेक के बाद फिर से शुरू होगी।

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