Sunday, November 24

नई दिल्ली, राजस्थान पल्स न्यूज़

सीबीआई ने दिल्ली, नोएडा व गुरुग्राम में सात जगहों पर छापेमारी करते हुए साइबर फ्रॉड के 43 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सीबीआई को अमेरीकन खुफिया एजेंसी एफबीआई और इन्टरपोल से इनपुट मिला था। कार्रवाई के दौरान गुरुग्राम स्थित डीएलएफ साइबर सिटी में संचालित हो रहे कॉल सेंटर के बारे में सीबीआई को जानकारी मिली, आरोप है कि इस कॉल सेंटर से ही अमेरिका सहित अन्य देशों के लोगों को साइबर फ्रॉड का शिकार बनाया जा रहा था।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मामले में एफबीआई और इंटरपोल ने सटीक इनपुट दी थी। इसके बाद सीबीआई के इंटरनैशनल ऑपरेशन डिवीजन ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर यह कार्रवाई की। ऑपरेशन चक्र-3 के तहत यह कार्रवाई की गई। गुरुग्राम की डीएलएफ साइबर सिटी में वर्ष, 2022 से कॉल सेंटर का संचालन हो रहा था। जांच में सामने आया कि साइबर फ्रॉड के इस नेटवर्क को कई केंद्रों में ऑपरेट किया जा रहा था। गुरुग्राम में कंट्रोल सेंटर था। इनके नेटवर्क कई देशों में फैले हुए थे। बताया जा रहा है कि आरोपी अमेरिकी और अन्य देशों के नागरिकों से अपनी पहचान छिपाते हुए संपर्क करते थे। उन्हें अपने जाल में फंसाते और उनके सिस्टम में वायरस वाला सॉफ्टवेयर डाउनलोड कराने के लिए पॉपअप पर क्लिक करने के लिए कहते थे। जब सिस्टम में गड़बड़ी आ जाती तो फिर उसे सही करने के लिए पैसा लेते थे। इन पैसों को हांगकांग ट्रांसफर किया जाता था।

सीबीआई के अधिकारियों की ओर से मीडिया को बताया गया कि छापेमारी के दौरान लाइव साइबर आपराधिक गतिविधियों में शामिल आरोपियों को पकड़ा गया है। मौके से सबूत भी जब्त किए गए हैं। जांच टीम ने 130 कंप्यूटर हार्ड डिस्क, 65 मोबाइल फोन, पांच लैपटॉप और अपराध सिद्ध करने वाले अन्य दस्तावेज भी जब्त किए हैं। इसमें इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस भी मिले हैं। साथ ही फ्रॉड करने के लिए पैसों का लेन-देन, कॉल रिकॉर्डिंग, पीडि़तों की लिस्ट और लोगों को निशाना बनाने के लिए की गई ट्रांसक्रिप्ट समेत अन्य सबूत बरामद किए गए हैं।

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