कोटा। Rajasthan Pulse News
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली को नीट को लेकर उग्र प्रदर्शन करना भारी पड़ गया। इन दोनों नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसकी मुख्य वजह है राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) के आयोजन में कथित गड़बड़ी को लेकर राजस्थान के कोटा (Kota) शहर में सोमवार को इन नेताओं ने जमकर उग्र प्रदर्शन किया था। इसमें आईजी के खिलाफ भी बयानबाजी की गई थी। वहीं कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज होने पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह सरकार की बौखलाहट है।
गहलोत ने ट्वीट कर कहा है कि “कोटा में NEET पेपर लीक के मामले पर हुए विरोध प्रदर्शन को लेकर पीसीसी प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली पर FIR दर्ज करना सरकार की बौखलाहट है। पेपर लीक को स्वीकार कर लाखों बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों पर कार्रवाई करने की बजाय उनके लिए न्याय मांगने वालों पर FIR करना उचित नहीं है। कांग्रेस न्याय की लड़ाई लड़ने में ऐसे फर्जी मुकदमों से डरने वाली नहीं है।
यह था मामला…
कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर सोमवार को सर्किट हाउस और कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन में कई मुद्दे उठाए गए थे, इसमें से एक मुद्दा नीट परीक्षा को रद्द करने का भी था। इस दौरान कलेक्ट्रेट चौराहे पर कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने पुलिस की लगाई बैरिकेडिंग को हटाकर कलेक्ट्रेट में प्रवेश करने की कोशिश की थी।
मामले में कोटा सिटी एसपी डॉक्टर अमृता दुहन का कहना है कि पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी कराई थी। इस उग्र प्रदर्शन के दौरान पुलिस से टकराव की स्थिति बन गई थी। इसलिए पुलिस अधिकारी और पुलिस कर्मियों की शिकायत पर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं।