Saturday, September 21

बारां। Rajasthan Pulse News

सरकारी कर्मचारी रिश्वतखोरी से बाज नहीं आ रहे हैं। एसीबी के प्रयासों के बावजूद कर्मचारी अपनी आदत से लाचार है। ताजा मामला बारां जिला का सामने आया है। जहां पर सामाजिक न्याय विभाग में कार्यरत एक कनिष्ठ सहायक और दो दलालों को दस हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार कनिष्ठ सहायक अमरदीप मीणा, दलाल बनवारी लाल वैष्णव और भरत वैष्णव को 10 हजार रूपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया है। पुलिस उपाधीक्षक प्रेमचंद के अुनसार परिवादी पन्नालाल पुत्र दुलीचन्द निवासी मण्डोला ने 2 जुलाई को एसीबी कार्यालय बारां में इस आश्य का प्रार्थना पत्र पेश किया था।

इसके अनुसार परिवादी की पुत्री दीपिका ने एट्रोसिटी एक्ट में दर्ज प्रकरण में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग बारां से 1 लाख 50 हजार रुपए की सहायता राशि प्राप्त होनी थी। इस राशि को जारी करवाने और दस्तावेज का सत्यापन करने की एवज में 20 हजार रुपए रिश्वत मांगी।

दो किश्तों में देनी थी
परिवादी की पुत्री के बैंक खाते में सहायता राशि की पहली किश्त 50 हजार रुपए और दूसरी किश्त में एक लाख रुपए की सहायता राशि जमा कराने की एवज में दलालों और कनिष्ठ सहायक ने मिलीभगत से पहली किश्त जमा होने पर 10 हजार रुपए और दूसरी आने पर 10 हजार रुपए मांग रखे थे। पहली किश्त आते ही उक्त घूसखोरों ने परिवादी की पुत्री से सम्पर्क साधा और 10 हजार रुपए मांगे। यह राशि अमरदीप ने दोनों दलालों के माध्यम से ली। इस बीच शिकायत के आधार पर एसीबी ने कनिष्ठ सहायक की जेब से बरामद की।

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