जोधपुर, राजस्थान पल्स न्यूज।
रीट परीक्षा 2021 घोटाले की मुख्य सूत्रधार दो महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन महिलाओं पर 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था। यह कार्रवाई जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम ने ऑपरेशन बेंच वार्मर चलाकर दोनों को गिरफ्त में लिया है। पुलिस के अनुसार इस मामले में भंवरी और संगीता को गिरफ्तार किया गया है। इनसे पूछताछ में 2021 की रीट भर्ती परीक्षा को लेकर कई तरह के खुलासे हो सकते हैं। दोनों को पकड़ने के लिए पुलिस की रेंज स्तरीय विशेष टीमों ने कई स्थानों पर दबिश दी।
रेंज आईजी विकास कुमार के अनुसार आरोपी भंवरी पत्नी हेमाराम को महाराष्ट्र के पुणे के वेटर इलाके से वहीं दूसरी आरोपी संगीता पुत्री सुखराम को सांचौर से जोधपुर रेंज की सीमा पर साइक्लोन टीम ने गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि दोनों की गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित था और दोनों लगभग 2 साल से फरार चल रही थी। वर्ष 2021 में होने वाली रीट परीक्षा में धांधली की मुख्य सूत्रधार होने के चलते इन्हें गिरफ्तार किया गया।
एक को वृन्दावन से पकड़ा था
इस घोटाले की मुख्य सूत्रधार रही छमी विश्नोई को साइक्लोनर टीम ने तीन माह पहले वृंदावन से पकड़ा था। छमी वृंदावन में रह रही थी, इस पर टीम ने पुजारिन बनाकर उसे पकड़ने में सफलता हासिल की थी। उससे से पूछताछ के बाद इसमें संगीता और भंवरी के भी नाम सामने आए और उनके फरारी के ठिकानों के बारे में भी टीम को अहम जानकारी मिली। इसके बाद ऑपरेशन बेंच वार्मर्स चलाया गय। इसके चलते टीम इन पर पूरी नजर रखी हुईथी।
टीम को सूचना मिली कि आरोपी भंवरी की लोकेशन पुणे और संगीता की लोकेशन सांचौर इलाकों में है। इस पर उनकी टोह लेने के लिए टीम भेजी गई। कई दिनों की मेहनत के बाद टीम ने गली-गली छानकर पुणे के वेटल इलाके में भंवरी के ठिकानों की पड़ताल कर ली। बाद में किराए पर मकान लेने के नाम पर गायकवाड नगर के ड्रीम होम अपार्टमेंट में किचन डेकोर चलाने वालों के यहां भंवरी की पहचान में सफलता मिली। पुणे पुलिस की सहायता लेकर भंवरी को दस्तयाब किया गया। पुणे की अदालत से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर साइक्लोनर टीम अब उसे जोधपुर वापस लेकर आ रही है।
वहीं दूसरी आरोपी शातिर संगीता की तलाश में टीम सांचौर के बाजार में उसकी जानकारी लेती रही। इसका पता चलने पर संगीता निजी बस में सवार होकर भाग निकली। साइक्लोनर टीम ने बस का पीछा करना शुरू किया। टीम को चकमा देने के लिए संगीता रास्ते में उतरकर जीप में सवार हो गई। जिसकी पहचान करना टीम के लिए किसी चुनौती से काम नहीं था, लेकिन टीम ने मुखबीर तंत्र के जरिए गुड़ामालानी के बीच रास्ते में एक जीप की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया।