Saturday, November 23

जोधपुर, राजस्थान पल्स न्यूज।

झूलती बिजली की लाइन जीवन पर भारी पड़ रही है। ताजा मामला जोधपुर जिले का सामने आया है। जहां पर 11 केवी लाइन की चपेट में आने से एक सफाई कर्मचारी की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार मृतक कर्मचारी हादसे के समय स्टेट होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट की छत पर सफाई कर रहा था। इसी दौरान ऊपर से गुजर रही 11 केवी की लाइन के चपेट में आ गया। हादसे की सूचना मिलने के बाद एसीपी (पश्चिम) छवि शर्मा और थानाधिकारी छतर सिंह सहित पुलिस व मृतक के परिजन मौके पर पहुंचे। सफाईकर्मी को पहले एमडीएम हॉस्पिटल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद महात्मा गांधी हॉस्पिटल की मोर्चरी में उसका शव रखवाया गया। वहीं दूसरी ओर उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब मौके पर पहुंचे मृतक के परिजनों ने शव उठाने से इनकार कर दिया और मुआवजे की मांग पर अड़ गए।

भगत की कोठी थानाधिकारी के अनुसार बड़लेश्वर महादेव मंदिर कॉलोनी निवासी राहुल (34) पुत्र सुनील वाल्मीकि स्टेट होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में सफाई का काम करता था। वह ठेकेदार  के जरिए लगा हुआ था।  वह कल दोपहर को वह इंस्टीट्यूट की छत पर सफाई कर रहा था। इस दौरान छत से गुजर रही 11केवी की लाइन की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से झुलस गया। उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर अन्य कर्मचारी उसके पास पहुंचे और उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के शव का आज पोस्टमॉर्टम होगा।

परिजनों में रोष, मुआवजे की मांग
सफाई कर्मचारी की मौत के बाद उसके परिजनों में रोष है। उन्होंने इसे इंस्टीट्यूट और डिस्कॉम की लापरवाही माना है, साथ ही मुआवजे मांग करते हुए अड़ गए। शव उठाने से इनकार कर दिया। गुस्साएं परिजन मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए है। परिजनों ने 50 लाख रुपए, एक नौकरी, सरस बूथ का केबिन दिलाने की मांग रखी है। इसके बाद शैक्षणिक संस्थान और डिस्कॉम के अधिकारियों को मौके पर बुलाया। देर रात अधिकारियों व परिजनों के बीच समझौता होने के बाद शव उठाने पर माने।

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