जोधपुर, राजस्थान पल्स न्यूज।
क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत की ओर से गैंगेस्टर लॉरेंस के खिलाफ दिए गए बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। अब उनके बयान पर पलटवार करते हुए बिश्नोई टाइगर फोर्स के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल भवाद ने विरोध किया है। उन्होंने कहा- उनका (शेखावत) बयान पुलिसकर्मियों को लॉरेंस की हत्या के लिए उकसाने का है। देश में संविधान के तहत अपराध की सजा दी जाती है। ऐसे बयान तालिबानी फरमान और फतवे की तरह है।राज शेखावत ने एक दिन पहले सोशल मीडिया पर लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी को 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपए का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की थी।
बिश्नोई टाइगर फोर्स के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- लॉरेंस के खिलाफ जो भी मामले हैं, वह जांच का विषय है। इस तरह से लॉरेंस की हत्या के लिए उकसाने के बयान जारी किया है, वह खाप पंचायत या तालिबानी फतवे की तरह है। इतनी बड़ी इनामी राशि देकर पुलिसकर्मियों को लॉरेंस की हत्या के लिए उकसाया जा रहा है। इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
बोले-सड़कों पर उतरेगा समाज
बिश्नोई टाइगर फोर्स ने कहा है कि यदि सरकार ऐसा नहीं करती तो बिश्नोई समाज लॉरेंस के पक्ष में सड़कों पर उतरेगा। बिश्नोई समाज शिकारियों, जेहादियों और राष्ट्र विरोधियों के खिलाफ लड़ता रहेगा। वहीं बिश्नोई टाइगर फोर्स के पदाधिकारी रामूराम ने कहा कि बिश्नोई समाज का बच्चा-बच्चा पर्यावरण संरक्षण की लड़ाई में लॉरेंस बिश्नोई के साथ है।
अकेला नहीं समझे
बिश्नोई टाइगर फोर्स के लूणी ब्लॉक अध्यक्ष ओम प्रकाश बिश्नोई ने कहा- लॉरेंस बिश्नोई पर जो भी आरोप लग रहे हैं, वो सब जांच का विषय है। लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ यदि कोई इस तरह की हरकत करता है तो उसके साथ बिश्नोई समाज का प्रत्येक व्यक्ति है, उसे अकेला नहीं समझे। बिश्नोई टाइगर फोर्स के पदाधिकारी रामनिवास खोत ने कहा- लॉरेंस बिश्नोई पुलिस कस्टडी में जेल में बंद है। ऐसे में देश का संविधान जिस तरह से प्रत्येक नागरिक के संरक्षण की गारंटी देता है। लॉरेंस बिश्नोई की हिफाजत करना कानून का काम है।
यह शेखावत का निजी बयान
वहीं बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुडिया ने कहा- बिश्नोई समाज और राजपूत समाज का हमेशा से अच्छा समन्वय रहा है। हम एक दूसरे के सुख-दुख में खड़े रहे हैं। जब ब्लैक बग का शिकार मामला हुआ था, उस समय भी राजपूत समाज हमारे साथ खड़ा था। करणी सेना के शेखावत की ओर से दिया गया बयान उनका निजी बयान है। उन्होंने कहा कि इस तरह का बयान देना गलत है।