फलौदी, राजस्थान पल्स न्यूज
तेज स्पीड में वाहन चलाकर लापरवाही से हुए हादसे आए दिन सुनने को मिलते रहते है। जिसमे कई लोग जान गवां बैठते है। ऐसा ही मामला फलौदी जिले में सामने आया है। जिसमे जिले के मोरिया-पड़ियाल मार्ग पर साेमवार सुबह स्कूली बच्चों से भरी लोडिंग गाड़ी के पलटने से दो मासूमों की मौके पर ही मौत गई। वहीं, 11 बच्चे घायल हो गए। ग्रामीणों ने बताया कि कैंपर काफी स्पीड में थी जिस वजह से गाड़ी का बैलेंस बिगड़ गया और गाड़ी पलट गई। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए निजी वाहनों से घायल नाै बच्चों को फलोदी के जिला हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां से गंभीर घायलों को जोधपुर रेफर किया है।
वहीं, चार बच्चों को परिजन घटनास्थल से ही अपने साथ ले गए थे। पुलिस के अनुसार सभी बच्चे पड़ियाल के मरुस्थल पब्लिक स्कूल के हैं। गाड़ी अनियंत्रित होकर पहले सड़क किनारे झाड़ियों में घुसी फिर पेड़ से टकराकर पलट गई। गाड़ी के नीचे दबे बच्चों को ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला। इस हादसे में हिमांशु (13) पुत्र मगाराम और कैंपर ड्राइवर सोनाराम की पुत्री मनीषा (6) की मौत हुई है। वहीं, गाड़ी चालक सोनाराम भी बुरी तरह घायल हुआ है।
जानकारी के अनुसार घायल ड्राइवर सोनाराम स्कूल संचालक नरेश कुमार का भाई है। स्कूल संचालक का दावा है कि अचानक कुत्ता आ जाने के कारण गाड़ी सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई और पलट गई। फलोदी आरटीओ इंस्पेक्टर दिनेश बोहरा ने बताया कि स्कूली बच्चों के लिए लोडिंग वाहन का उपयोग नहीं किया जा सकता है, यह नियमों के खिलाफ है। मामले में ड्राइवर का लाइसेंस और वाहन का रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में कोई संचालक ऐसी जानलेवा लापरवाही न करे।