झुंझुनूं, राजस्थान पल्स न्यूज।
मुम्बई में भारतीय नौ सेना के एक शिप आईएनएस ब्रह्मपुत्र में बीते दिनों लगी आग की चपेट में आए राजस्थान के सपूत सितेन्द्र सिंह की पार्थिव देह आज उनके पैतृक गांव लाई जाएगी। जहां पर पूरे सेन्य सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसी दारौरान शहीद के सम्मान करीब आठ किमी लंबी तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। झुंझुनूं के सूरजगढ़ तहसील के डांगर गांव के रहने वाले सितेन्द्र सिंह शिप में जूनियर नाविक के पद पर तैनात था।
मुंबई स्थित नेवल डॉकयार्ड में मरम्मत के दौरान 21 जुलाई को आईएनएस ब्रह्मपुत्र में आग लगी थी। इसके अगले दिन नेवी के अधिकारियों ने सूचना दी कि हादसे के बाद से ही सितेंद्र लापता है। उसकी तलाश की जा रही है। फिर 24 जुलाई को तड़के 3 बजे सितेंद्र का शव नेवी के गोताखोरों ने निकाला। बताया जा रहा है कि लाखू आईटीआई (सूरजगढ़) के पास शहीद की पार्थिव देह दोपहर तक पहुंचेगी। यहां से तिरंगा यात्रा शुरू होगी। यह यात्रा अडूका, डालमियों की ढाणी, चिड़ावा, कबूतर खाना, नया बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन (चिड़ावा) होते हुए सितेंद्र सिंह के गांव डांगर तक पहुंचेगी।
अंतिम शब्द थे,अब मैं बात नहीं कर पाऊंगा
शहीद के भाई मनेंद्र के अनुसार 21 जुलाई की रात को सितेंद्र से आखिरी बार बात हुई थी। तब उसने कहा था कि जहाज पर आग लग गई है। तू घर पर बात कर लेना। अब मैं बात नहीं कर पाऊंगा। उस समय किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि सितेन्द्र के यह शब्द आखिर होंगे। उधर, गांव में सितेन्द्र के घर में उसके परिजनों के रो-रो कर बुरा हाल है। पूरा गांव सदमें में आ गया है।