Monday, November 25

जैसलमेर। Rajasthan Pulse News

राजस्थान सरकार अपना पहला बजट 10 जुलाई को पेश करेगी। ऐसे में प्रदेशभर में कई उम्मीदें लगाई जा रही है। प्रदेशवासी भी इस बजट का इंजार कर रहे हैं। नई सरकार से सभी को उपेक्षा है। साथ ही प्रदेश के जिलों की निगाहें भी बजट पर टिकी है। बात यदि बजट की करें तो, ‘सरकार अगर सही मायने में जैसलमेर के पर्यटन को बढ़ाना चाहती है तो बॉर्डर टूरिजम के डेवलपमेंट पर फोकस कर आने वाले बजट में शामिल करना चाहिए.’

जैसलमेर की बात करें तो पर्यटन पर चर्चा होनी जरूरी है। विश्व पर्यटन के मानचित्र पर जैसलमेर स्वर्णनगरी या गोल्डन सिटी के रूप में भी जाना जाता है। यहां की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से पर्यटन पर ही आधारित है। बजट को लेकर पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगो की क्या उम्मीदे हैं., वो सरकार से पर्यटन को बढ़ाने के लिए किस तरह के बजट की अपेक्षा रखते है। अलग-अलग क्षेत्र से जुड़े लोगों की माने तो पर्यटन की अपार संभावना इस जिले में है, यदि बजट में अलग से प्रावधान दिया जाता है, तो नश्चित तौर पर जैसलमेर के पर्यटन उद्योग को पंख लगेंगे। आमआवाम भी चाहती है इस जिले को बजट में विशेष पैकेज मिले। पर्यटन व्यवसाय के साथ ही जैसलमेर में गाइड भी बड़ी संख्या में है। यह गाइड भी बजट से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठे हैं। क्योंकि इनको वर्षभर काम नहीं मिलता, ऐसे में इनके लिए भी सरकार को सोचना चाहिए।

परिवहन साधनों का अभाव
कहने को भले ही जैसलमेर आज विश्व पटल पर अपनी अलग पहचान रखता है, मगर जहां तक परिवहन के साधनों की बात करें तो आज भी नाकाफी है। अभी जैसलमेर गिनी-चुनी ट्रेंनें और फ्लाइट्स है, असल मायने में जैसलमेर में होटलें तो बड़ी बड़ी है, और आगे विकसित भी हो रही है, जो पर्यटकों के लिए उपयुक्त है। इसके बावजूद पर्यटक जैसलमेर तक पहुंचे, इसके लिए सुगम परिवहन के साधन पर्याप्त नहीं है। अन्य शहरों से जुड़ाव होना जरूरी है, ताकि देशी-विदेशी पर्यटक जुड़ सके। इसके लए जरूरी है ट्रेनों और हवाई सेवाओं का विस्तार किया जाए।

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