जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज।
राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में आज प्रश्नकाल के दौरान हंगामा खड़ा हो गया। अवैध बजरी के मुद्दे पर माहौल गर्मा गया। इसका जवाब देते हुए मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने अब तक की गई कार्रवाई के आंकड़े पेश किए। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली खड़े हुए तो, उन्होंने सरकार पर अभियान को जल्दी बंद करने का आरोप लगाया, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया था।
क्या पूरी तरह बंद हो गया?
नेता प्रतिपक्ष जूली ने कहा पहले भी उन्होंने इस मुद्दे को सदन में उठाया था, लेकिन आज जब वही मुद्दा वापस उठा तो मंत्री ने कहा कि इस संबंध में अभियान चलाए गए थे, जिनसे उसे काफी हद तक रोकने में कामयाबी मिली। उन्होंने कहा यह जानना चाहता हूं कि सरकार ने इन अभियानों को बंद क्यों कर दिया? क्या राजस्थान में अवैध खनन पूरी तरह से बंद हो गया था? क्या बजरी माफिया पर रोक लग गई थी? आपने इसे क्यों बंद करना पड़ा?’
आपकी सरकार ने कुछ नहीं किया
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह ने नेता प्रतिपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए सदन में कहा, ‘कोई भी अभियान दो-तीन साल तक तो नहीं चलता। अभियान एक शॉर्ट टर्म के लिए चलाया जाता है, सदन में आंकड़े पेश किए हैं। आप एक बार उस रिपोर्ट को तो देखिए कि कितना एक्शन लिया गया। इसमें एक पखवाड़े की एक्शन रिपोर्ट हैरान कर देगी। कोई नहीं कह सकता कि कुछ नहीं किया, अभियान क्यों बंद कर दिया।
जिला स्तर पर एसआईटी बनाई हुई है, इसकी लगातार बैठकें होती रहती हैं।आपकी सरकार ने तो ऐसा कुछ किया ही नहीं था। इसके बावजूद नेता प्रतिपक्ष पूछ रहे हैं कि अभियान क्यों बंद कर दिया। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि यह अभियान एक सेटिंग कराने के लिए चलाया गया था और सेटिंग होते ही अभियान को बंद कर दिया। इसके बाद एक बारगी सदन में हंगामा शुरू हो गया। बीजेपी के नेता इन आरोपों को गलत करार देते रहे, वहीं विपक्ष के नेता जोर-जोर से मेज पीटते रहे।