Saturday, November 23

जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़

आदिवासियों के धर्मान्तरण और बच्चे बेचने को लेकर विधायक बाबूलाल खराड़ी ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि धर्मान्तरण के बाद वह आदिवासी नहीं रहते हैं और उन्हें एसटी वर्ग को मिल रहे आरक्षण का लाभ भी नहीं मिलता है।


राजनीतिक सूत्रों के अनुसार बाबूलाल खराड़ी आज डूंगरपुर जिले के दौरे के लिए पहुंचे। यहां उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की। साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने आदिवासियों के धर्मांतरण और बच्चे बेचने को लेकर भी चर्चा की। विधायक खराड़ी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे बिना किसी राजनीतिक दबाव के ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें।


उन्होंने कहा है कि सोचने वाली बात है कि आदिवासी धर्मान्तरण क्यों कर रहे हैं। रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा और अन्य प्रकार के प्रलोभन देकर गरीब आदिवासियों को गुमराह करके धर्मान्तरण करवाया जा रहा है। धर्मान्तरण करने के बाद आदिवासी एसटी वर्ग नहीं रहते और उन्हें एसटी वर्ग को मिल रहा आरक्षण का लाभ नहीं मिलता है। एसटी वर्ग को जो अन्य सरकारी सुविधाएं दी जा रही हैं, उनसे भी वंचित होना पड़ता है। इस वजह से डीलिस्टिंग की कोशिशें की जा रही हैं।


विधायक खराड़ी ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आदिवासी क्षेत्र में बच्चे बेचने की घटना पूर्ववर्ती सरकार के समय की है। जिसे लेकर उन्होंने ही विधानसभा में सवाल उठाया था। इसके लिए गैंग सक्रिय है जो माता-पिता को बरगलाकर उनके बच्चों को ले जाते है। ऐसी हरकतों से लोग बच्चे पैदा करते रहेंगे और वे लोग खरीदकर ले जाते रहेंगे। लेकिन भाजपा सरकार ऐसा नहीं होने देगी और बच्चों की खरीद-फरोख्त करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन तो इस कुकृत्य को रोकने के लिए सक्रिय हैं लेकिन समाज को जागरूकता लानी होगी।

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