जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज।
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले को लेकर देशभर में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। पीड़िता को न्याय की मांग को लेकर डाक्टर सड़कों पर उतर आए हैं। खासकर रेजीडेंट डाक्टरों के हड़तार पर उतरने से स्वास्थ्य सेवाएं गड़बड़ा गई है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने भी आज सुबह 6 बजे से कल सुबह 6 बजे, यानी 24 घंटे के लिए बंद की घोषणा की है।आईएमए ने कहा है कि 24 घंटे के दौरान सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी कामकाज बंद है।
डाक्टर अपनी मांग को लेकर अडिग है, सरकार अभी भी कोई खास निर्णय नहीं कर पाई है। देशभर की तरह ही राजस्थान में भी हड़ताल का जबर्दस्त असर है। राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल, बीकानेर संभाग के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई है।
आरएमसीटीए ने दिया समर्थन
रेजीडेंट के साथ सीनियर रेजीडेंट डाक्टर, पीजी करने वाले डाक्टर, इंटर्न हड़ताल में साथ है। वहीं अब स्थायी मेडिकल शिक्षकों के संगठन (आरएमसीटीए) ने भी हड़ताल को समर्थन दिया है। राजस्थान मेडिकल टीचर एसोसिएशन बीकानेर चेप्टर के अध्यक्ष डॉ.बी.के.गुप्ता ने बताया कि यह देश में एक घिनौनी घटना है। इसके खिलाफ आवाज उठाने के लिए सभी को मिलकर शामिल होना होगा। उन्होंने आज राजस्थान में संगठन के संबद्ध छह कॉलेज हड़ताल में है। आपतकालीन सेवाएं छोड़कर सभी सामान्य ओपीडी व अन्य सेवाओं बंद है।
अटक गए है ऑपरेशन
राजस्थान में हड़ताल के चलते सैकड़ों ऑपरेशन टल गए हैं। इस कारण हालात विकट होते जो रहे हैं। बीकानेर में हड़ताल के चलते रोजाना करीब 80-90 ऑपरेशन टल रहे रहे हैं। रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन संगठन सचिव डॉ. सुभम जानू ने बताया कि बीकानेर में 600 रेजीडेंट डाक्टर आज भी हड़ताल पर है। कल रात को कैंडल मार्च निकाल कर विरोध जताया गया था। वहीं जोधपुर में शनिवार को रेजिडेंट डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से एमडीएम हॉस्पिटल, एम्स, महात्मा गांधी हॉस्पिटल और उम्मेद हॉस्पिटल में करीब 200 ऑपरेशन को टाल दिए गए है। अस्पताल में भर्ती व आपतकालीन में आने वाले मरीजों की जिम्मेदारी सीनियर चिकित्सकों पर आ गई है।
राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन ने भी घटना की निंदा करते हुए डाक्टरों की हड़ताल का समर्थन किया है। उधर, यूनाटेड क्लीनिक एंड हॉस्पिटल एसोसिएशन राजस्थान भी आज 24 घंटे के कार्य बहिस्कार की घोषणा करते हुए हड़ताल को समर्थन दिया है।
एमीपी में भी काम बंद
भोपाल में एम्स सहित मध्य प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में सैकड़ों रेजिडेंट डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया। इससे राज्यभर में मेडिकल सेवाओं पर असर देखने को मिला। कई अस्पतालों में मरीजों को बिना इलाज के छोड़ दिया गया। ओपीडी और ओटी सेवाएं ठप हैं। सिर्फ इमरजेंसी और आईसीयू चालू रखा गया है। उधर, हड़ताल को लेकर कर्नाटक सरकार ने सरकारी अस्पतालों के चिकित्सा अधिकारियों और सर्जनों की छुट्टियां एक बार रद्द कर दी है।
राजधानी में हालात विकट
देश की राजधानी दिल्ली में सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर की हड़ताल को 5 दिन हो गए हैं। हड़ताल के चलते दिल्ली में रोजाना करीब एक लाख से अधिक मरीजों को उपचार के बिना अस्पतालों से लौटना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, डॉक्टरों की काम रोको हड़ताल के चलते रोजाना लगभग 250 से 300 ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं।
पूर्व प्रिंसिपल सीबीआई की गिरफ्त में आया
दूसरी तरफ, कोलकाता दुष्कर्म-हत्या मामले में सीबीआई ने पीड़ित परिवार से शुक्रवार को बातचीत की। परिवार ने अस्पताल के कुछ इंटर्न और डॉक्टर्स पर इस प्रकरण में शामिल होने की आशंका जताई है। सीबीआई ने कहा कि पीड़ित परिवार ने कुछ नाम लिखाए हैं। हम अभी 30 लोगों से पूछताछ करेंगे।
वहीं दो पीजी ट्रेनी डॉक्टर और एक हाउस स्टाफ को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। घटना वाली रात ये लोग पीड़ित डॉक्टर के साथ ड्यूटी पर थे। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को भी हिरासत में लिया गया है। उनसे भी पूछताछ होगी। उन्होंने 12 अगस्त को इस्तीफा दिया था। सीबीआई प्रकरण के आरोपी संजय रॉय को घटना स्थल पर लेकर गई।