– 15 हजार वरिष्ठजनों को अयोध्या, 15 हजार वरिष्ठजनों को विभिन्न तीर्थ स्थल, रामेश्वरम, जगन्नाथपुरी, वैष्णोदेवी-अमृतसर, गंगासागर, तिरूपति, कामख्या, मथुरा-वृंदावन, मथुरा-अयोध्या और 6 हजार वरिष्ठजनों को पशुपतिनाथ, काठमांडू (नेपाल) की हवाई यात्रा कराई जाएगी।
– देवस्थान विभाग की 85 करोड़ से अधिक की मांगो पर लगी मुहर
जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़
देवस्थान मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के अंतर्गत इस साल 36 हजार वरिष्ठजनों को तीर्थ यात्रा करायी जाएगी। राज्य सरकार 100 करोड़ रुपये खर्च कर खाटूश्यामजी मंदिर को भव्यता प्रदान करेगी। साथ ही, 23 मंदिरों एवं 3 जनजाति आस्था केंद्रों के विकास कार्य करवाये जायेंगे।
देवस्थान मंत्री श्री जोराराम कुमावत राज्य विधान सभा में देवस्थान विभाग की अनुदान मांग पर हुई बहस का जवाब दे रहे थे। चर्चा के बाद सदन ने देवस्थान विभाग की 85 करोड़ 22 लाख 81 हजार रूपये की अनुदान मांगे ध्वनिमत से पारित कर दी।
कुमावत ने कहा कि देवस्थान विभाग के मंदिरों में राजस्थान के अलावा देश-विदेश के लाखों पर्यटक रोजाना दर्शनार्थ आते है। जिससे राज्य की आर्थिक आय में भी वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि देवस्थान विभाग 390 प्रत्यक्ष प्रभार एवं 203 आत्मनिर्भर कुल 593 मंदिरों का प्रबंधन करता है।
देवस्थान मंत्री ने कहा कि अयोध्या में श्री राम मंदिर के दर्शन हेतु 4 ट्रेनों का संचालन किया जाकर 2999 वरिष्ठ जन को लाभान्वित किया जा चुका है। राजस्थान सरकार द्वारा वर्ष 2024-25 में भी योजनान्तर्गत 36 हजार वरिष्ठजनों को यात्रा करायी जाएगी जिसमें रेल द्वारा 15 हजार वरिष्ठजनों को अयोध्या एवं 15 हजार वरिष्ठजनों को विभिन्न तीर्थ स्थल, रामेश्वरम, जगन्नाथपुरी, वैष्णोदेवी-अमृतसर, गंगासागर, तिरूपति, कामख्या, मथुरा-वृंदावन, मथुरा-अयोध्या इत्यादि एवं 6 हजार वरिष्ठजनों को पशुपतिनाथ, काठमांडू (नेपाल) की हवाई यात्रा कराई जाएगी।
मंत्री कुमावत ने कहा कि देवस्थान विभाग द्वारा नन्दन कानन योजना के तहत विभिन्न स्वायत संस्थाओं, भामाशाहों तथा जिले के डीएमएफटी फण्ड के माध्यम से प्रदेश के मंदिरों की रिक्त भूमि पर सघन वृक्षारोपण कर उपवन व नक्षत्र वाटिका विकसित की जा रही है। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु मंदिरों पर आधारभूत सुविधाये विकसित की जाकर देवस्थान विभाग के अधीन 50 मंदिरों को इस वर्ष पर्यटन विभाग की वेबसाईट व नक्शे से जोड़ने की कार्यवाही की जा रही है। जिससे राजस्थान में पर्यटन को बढावा मिले। विभाग द्वारा 9 मंदिरों यथा मंदिर श्री कुशल बिहारी जी बरसाना, मंदिर श्री गणेश जी रातानाडा जोधपुर, मंदिर श्री कैला देवी झील का बाड़ा बयाना भरतपुर, मंदिर श्री माताजी मावलियान जयपुर, नीमच माता उदयपुर, नागणेची माता मंदिर बीकानेर, बृजनिधी चांदनी चौक जयपुर, बिहारी जी भरतपुर एवं मथुराधीश जी अलवर में ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है।
देवस्थान विभाग मंदिर संस्कृति एवं प्रतिष्ठता को उत्कृष्टता की ओर ले जाने हेतु प्रतिबद्ध है। पर्यटन विकास की दृष्टि से प्रदेश में पैनोरमा निर्माण तथा महत्वपूर्ण स्मारकों, मंदिरों के संरक्षण, जीर्णोद्धार कार्य सहित अन्य सुविधाएं राशि रूपये 140 करोड़ की लागत से विकसित की जायेगी।
उन्होंने बताया कि खाटूश्यामजी को भव्यता प्रदान करने के लिए 100 करोड़ रूपये की घोषणा की गयी है। राज्य में मंदिरों के जीर्णोद्धार व धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु 23 मंदिरों को एवं 3 जनजाति आस्था केन्द्रों के विकास कार्य करवाये जायेंगे।
देवस्थान मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने गोविन्ददेव जी सहित 14 मंदिरों के विकास हेतु बजट घोषणा की थी जिसे पूर्ण नही किया जा सका। उन्होंने सदन को विश्वास दिलाया कि प्रदेश के ऐसे 20 मंदिरों एवं आस्था केन्द्रों के विकास कार्य, आगामी वर्ष में 300 करोड़ रूपये की राशि से करवाये जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सकारात्मक सोच रखते हुए भविष्य में भी मंदिरों के संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु विकास कार्य कराने हेतु कृत संकल्प है।