– कई मंत्रियों के बदले जा सकते हैं विभाग, कईयों से छीना जा सकता है मंत्री पद
जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़
मध्य प्रदेश की तर्ज पर अब प्रदेश की भजनलाल शर्मा सरकार में भी मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। विधानसभा बजट सत्र के बाद संभवतया अगस्त में मंत्रिमंडल फेरबदल किया जा सकता है। सियासी गलियारों तक पहुंच रखने वाले लोगों के मुताबिक खबर तो यह भी है कि कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा का इस्तीफा स्वीकार होगा या नहीं? यह मामला भी संभवतया मंत्रिमंडल विस्तार तक लंबित रह सकता है। वैसे भी प्रदेश में विधानसभा के चालू सत्र के बीच मंत्रिमंडल विस्तार की परम्परा बहुत कम ही रही है। विधासनभा सत्र के बाद हो सकने वाले मंत्रिमंडल फेरबदल में 3-4 मंत्रियों को हटाए जाने की चर्चा है। साथ ही 8 से 10 मंत्री नए भी बनाए जा सकते हैं।
गौरतलब है कि राज्य में विधानसभा की कुल 200 सीटें हैं। नियमानुसार 15 प्रतिशत विधायकों को ही मंत्री बनाया जा सकता है। ऐसे में प्रदेश में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं। विधानसभा चुनाव, 2023 में जीत दर्ज करने के बाद सीएम समेत 24 मंत्री बनाए गए। मंत्रियों के छह पद अभी भी खाली है। प्रदेश के वरिष्ठ नेता और भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे पर भी कुछ न कुछ निर्णय किया जाना है। राज्य में पांच विधायक दौसा से मुरारीलाल मीणा, झुंझुनूं से बृजेंद्र ओला, बांसवाड़ा से राजकुमार रोत, नागौर से हनुमान बेनीवाल और टोंक-सवाईमाधोपुर से हरीश मीणा के सांसद बनने के कारण पांच विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होंगे। भजनलाल शर्मा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में लोकसभा चुनाव-2024 के प्रदर्शन का भी असर देखने को मिल सकता है। कहा जा रहा है कि जिन विधायकों के इलाकों में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया है, उनको मंत्री पद से नवाजा सकता है। जबकि खराब परिणाम देने वाले मंत्रियों को हटाया जा सकता है।
राजनीति से जुड़े लोगों के अनुसार पिछले दिनों भजनलाल शर्मा ने दिल्ली का दौरा किया है। कहते हैं कि उसमें मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हुई है। तीन-चार मंत्रियों की शिकायतें तो दिल्ली तक पहुंच चुकी हैं। कई मंत्रियों के विभाग भी बदलने की भी चर्चाएं चल रही हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि पार्टी किस विधायक को मंत्री बनाती है और किस विधायक को मंत्री पद से हटाती है।