जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़
प्रदेश की छह विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। भाजपा ने छह सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का एलान पहले ही कर दिया है लेकिन इंडी गठबंधन में सीटों को लेकर पेच फंसा नजर आ रहा है। कांग्रेस, आरएलपी और बीएपी ने मिलकर प्रदेश में लोकसभा चुनाव लड़ा था।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस ने प्रदेश में लोकसभा चुनाव में तीन सीटों आरएलपी और बीएपी के साथ गठबंधन किया था। लोकसभा चुनाव में गठबंधन को सफलता भी मिली। उस दौरान मिली सफलता को अब बीएपी और आरएलपी भुनाने के लिए अपनी ताकत दिखा रहे हैं। लोकसभा चुनाव के परिणामों को देखकर कांग्रेस भी उत्साहित है। और उपचुनाव में छह की छह सीटों पर जीत का दावा कर रही है। क्योंकि छह में से तीन विधायक कांग्रेस के ही थे, जो अब सांसद बन गए हैं। इन सीटों पर कांग्रेस किसी समझौते के लिए तैयार नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक बीएपी (भारतीय आदिवासी पार्टी) उपचुनाव में दो विधानसभा सीट चौरासी व सलूंबर मांग रही है। आरएलपी (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी) भी खींवसर के साथ देवली-उनियारा सीट अपने लिए मांग रही है। बीएपी और आरएलपी की मांग को भांपते हुए कांग्रेस छह सीटों पर अपनी तैयारी कर रही है। ऐसे में राजनीतिक जानकारों का मानना है कि छह सीटों पर होने वाले उपचुनाव में चारों दल मैदान में नजर आ सकते हैं।