जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़
बारिश का दौर देशभर में जारी है। जल भराव के कारण जन जीवन प्रभावित हो रहा है। साथ ही रेल यातायात पर असर देखने को मिल रहा है। ज्यादा बारिश के कारण रेलवे स्टेशनों पर पानी भर जाता है। बारिश के मौसम में सुरक्षित सफर और ट्रेनों का सुगम संचालन कैसे हो, इसके लिए रेलवे ने विशेष बंदोबस्त किए गए हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे जोन ने भी बारिश को देखते हुए अधीनस्थ विभागों और कर्मचारियों को विशेष निर्देश दिए हैं। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक महेश जेवलिया के अनुसार बारिश के मौसम में गश्त के दौरान दोषपूर्ण और कमजोर स्थलों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। लगातार जांच कर बारिश के संभावित खतरों जैसे नालियों का अवरुद्ध होना, गिट्टियों का जाम होना, रेल पथ पर पानी भर जाना, किनारों का ढह जाना, पत्थरों का कटाव में गिरना सहित बचाव और मरम्मत कार्यों के लिए आपातकालीन सामग्री सरीखे पत्थर, मिट्टी के कट्टे इत्यादि का जगह-जगह रिजर्व बनाया गया है।
इन निर्देशों का करें पालन
स्टेशन मास्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि गश्ती कर्मचारी के स्टेशन पर नहीं पहुंचने की अवस्था में ट्रेन संचालन गति प्रतिबंध का पालन कर करवाएं। दूसरी ओर के स्टेशन मास्टर को सूचित कर गश्त वालों के नहींआने के कारणों का पता लगाने के लिए कार्यवाही शुरू करें। स्टेशन मास्टर को यह निर्देश भी दिए गए हैं, आंधी, चक्रवात या तेज आंधी आने की संभावना पर इससे गाड़ियों की संरक्षा को खतरा हो तो वे गार्ड और चालक से विचार-विमर्श कर ट्रेन को रोकेगा और जब तक आंधी ना रुके और वह ट्रेन के संचालन को सुरक्षित ना समझे तब तक अपने स्टेशन पर आने वाली ट्रेन को लाइन क्लियर देने से मना कर दें।
ट्रेनों के लोको पायलट और गार्ड को भी निर्देश दिए गए हैं कि ऐसी आंधी तूफान की स्थिति में जब गाड़ी की संरक्षा को खतरा पहुंचने की संभावना हो तो वे गाड़ी की गति को नियंत्रित कर सबसे पहले पडने वाली सुविधाजनक स्थान पर ट्रेन को खड़ी करेंगे और उसे ऐसे स्थानों जैसे तीव्र गोलाई , ऊंचे तटबंधों और पुलों पर रोकने के लिए टालने का ध्यान रखेंगे।