जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़
फोन टैपिंग मामले में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एक बार फिर मुश्किलें बढ़ने वाली है। इस मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच ने उनके ओएसडी रह चुके लोकेश शर्मा को नोटिस भेज कर फिर से पूछताछ के लिए बुलाया है। उन्हें 25 सितंबर यानी बुधवार को दिल्ली मुख्यालय पर बुलाया गया है, जहां क्राइम ब्रांच की टीम एक बार फिर उनसे पूछताछ करेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर उनके ओएसडी रह चुके लोकेश शर्मा ने फोन टैपिंग को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच ने पिछले साल अक्टूबर में भी लोकेश शर्मा को पूछताछ के लिए बुलाया था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में लोकेश शर्मा का कहना है कि “मैं शुरू से जांच में सहयोग कर रहा हूं। इस मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है, मुझे एक डिवाइस दिया गया था। जिसमें कई ऑडियो क्लिप थी। उन्हें मीडिया में रिलीज करने के लिए कहा गया था। इसलिए मैंने मुख्यमंत्री के आदेश पर वही काम किया।” लोकेश शर्मा ने कहा है कि क्राइम ब्रांच की टीम की पूछताछ में “मैं उन्हें सही तथ्यों से अवगत करवाउंगा, अगर क्राइम ब्रांच की टीम मुझसे कोई सबूत मांगती है, तो वह भी मैं उपलब्ध कराऊंगा।”
गौरतलब है कि गत 24 अप्रैल को गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने फोन टैपिंग मामले में मीडिया के सामने बड़ा खुलासा किया था।
उन्होंने कहा था कि अशोक गहलोत के कहने पर ही उन्होंने मीडिया को ऑडियो क्लिप सर्कुलेट किया। यह मामला केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत से जुड़ा हुआ था। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने लोकेश शर्मा के खिलाफ दिल्ली क्राइम ब्रांच में फोन टैपिंग का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया। इसी मामले की जांच को लेकर ही लोकेश शर्मा को 25 सितंबर को फिर से नोटिस जारी कर बुलाया गया है। इस मामले में लोकेश शर्मा ने केंद्रीय मंत्री की ओर से दर्ज करवाई गई एफआईआर को रद्द करने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। जिसकी अगली सुनवाई 27 सितंबर यानी शुक्रवार को है।