जयपुर।
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की ओर से आदिवासियों के लिए दिए गए बयान ने तूल पकड़ लिया है। बता दें की आदिवासी समुदाय से आने वाले बांसवाड़ा सांसद राजकुमार रोत और उनके समर्थकों ने मदन दिलावर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शनिवार 29 जून को सांसद राजकुमार रोत अपने समर्थकों के साथ जयपुर पहुंचे। विधानसभा के सामने जनपथ स्थित अमर जवान ज्योति पर रोत और उनके समर्थकों ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इसके बाद मदन दिलावर के सरकारी आवास को घेरने के लिए कूच किया। अंबेडकर सर्किल के पास पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मंत्री आज अपने आवास पर नहीं है।
सांसद राजकुमार रोत के समर्थकों ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए इस्तीफे की मांग की। साथ ही भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से भी मांग की है कि आदिवासियों के लिए बेहुदा बयान देने वाले दिलावर को मंत्री पद से हटाया जाए। प्रदर्शन करने वाले आदिवासियों के हाथों में तख्तियां थी। इन तख्तियों पर लिखा था कि ‘हम आदिवासी हिंदू नहीं है, आदिवासी थे, आदिवासी हैं और आदिवासी रहेंगे।’
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के आवास की तरफ आगे बढ़ने पर पुलिस ने सांसद राजकुमार रोत और उनके समर्थकों को रोका। इस दौरान सांसद राजकुमार रोत ने कहा कि शिक्षा मंत्री ने आदिवासियों के आदिवासी होने पर सवाल उठाया है। एक सीनियर और जिम्मेदार नेता को ऐसे बेहूदा बयान देते समय जरा भी शर्म नहीं आई। रोत और उनके समर्थकों ने कहा कि मदन दिलावर ने आदिवासियों के डीएनए जांच कराने की जरूरत बताई थी। इसलिए सभी आदिवासी अपना ब्लड सैंपल देने आए है। ब्लड सैंपल देकर ही वापस जाएंगे ताकि उनके डीएनए की जांच हो सके।
राजकुमार रोत और उनके समर्थकों को पुलिस ने अंबेडकर सर्किल पर रोक लिया तो सांसद राजकुमार रोत ने अपना ब्लड सैंपल निकाल कर पुलिस अधिकारियों को दे दिया। उनसे कहा कि यह सैंपल शिक्षा मंत्री तक पहुंचा देना ताकि वे डीएनए जांच करा सके। रोत ने चेतावनी देते हुए कहा कि 7 दिन में दिलावर अपने बयान पर माफी मांगे वरना हजारों आदिवासी लोग राजस्थान विधानसभा का घेराव करेंगे।