जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़
अलवर से दिल्ली तक मेट्रो कॉरिडोर बनाया जाएगा।अनुमान है कि इस परियोजना पर करीब 37 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस मेट्रो कॉरिडोर तैयार हो जाने के बाद अलवर से दिल्ली महज डेढ़ घंटे में पहुंचा जा सकेगा। यानी अलवर से दिल्ली दूर नहीं रहेगी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस परियोजना को लेकर ‘राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम’ ने अपना काम शुरू कर दिया है। उम्मीद लगाई जा रही है कि 2 से 3 साल में इस परियोजना का काम पूरा हो जाएगा और अलवर से दिल्ली तक रेपिड ट्रेन दौड़ने लगेगी। इस मेट्रो कॉरिडोर में रेपिड ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी।
इस मेट्रो कॉरिडोर के बनने से प्रदेश के औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। यह कॉरिडोर अलवर से शुरू होकर साइबर सिटी गुरुग्राम में हीरो होंडा चैक और साइबर हब के सामने मेट्रो कॉरिडोर से जुड़ेगा।
अलवर से देश की राजधानी दिल्ली के बीच चलने वाली रैपिड ट्रेन के लिए मेट्रो कॉरिडोर के रूट में करीब एक दर्जन स्टेशन बीच में आएंगे। जिनमें अलवर से खैरथल, एसएनबी, बावल, रेवाड़ी, धारूहेड़ा डिपो, खेड़की दौला, राजीव चैक, इफको चैक, मुनिरका, आईएनए और सराय काले खां और नई दिल्ली शामिल हैं। इस ट्रेन के चलने के बाद दिल्ली से अलवर के बीच रोजाना अप डाउन करने वाले लोगों को काफी राहत मिल सकेगी।
परियोजना के तहत अलवर से नई दिल्ली तक 199 किमी लंबा मेट्रो काॅरिडोर का निर्माण होगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत 37 हजार करोड़ रुपये बताई गई है। मेट्रो काॅरिडोर को एनसीआरटीसी 3 चरणों में पूरा करेगी।
पहले चरण में दिल्ली एसएनबी 106 किमी को जोड़ेगी। इसके बाद दूसरे चरण में एसएनबी से सोतानाला (35 किमी) और तीसरे चरण में एसएनबी से अलवर (58 किमी) के काॅरिडोर को जोड़ा जाएगा। प्रस्तावित परियोजना पर काम शुरू हो गया है।