Saturday, September 21

जयपुर। लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ जयपुर स्थित सप्त शक्ति कमांड की कमान का कार्यकाल पूरा करने के बाद अब पुणे स्थित दक्षिणी कमान का कार्यभार संभालेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल सेठ का दक्षिण-पश्चिम कमान का कार्यकाल आज यानि 30 जून को पूरा हुआ है। इस अवसर पर जनरल ऑफिसर ने जयपुर मिलिट्री स्टेशन के प्रेरणा स्थल पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

कमान का कार्यकाल समाप्त होने पर, लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने सप्त शक्ति कमांड के सभी रैंकों, वीर नारी, वेटेरन्स, डिफेन्स सिविलियन और उनके परिवारों को अपना आभार और हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सभी रैंकों से सप्त शक्ति कमांड के मोटो ‘सर्वदा विजयी’ को जीने और समाज और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया।

लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने 1 नवंबर, 2023 को सप्त शक्ति कमांड की बागडोर संभाली थी। उनके कार्यकाल के दौरान, सप्त शक्ति कमांड ने नवीनतम प्रौद्योगिकियों को अपनाया, ऑपरेशनल तैयारी को बढ़ाने के लिए नवीन तकनीक तथा उच्च स्तर का सामंजस्य हासिल किया। रणनीति और नवीन प्रक्रियाओं को विकसित किया और एक आधुनिक, घातक और मिशन के लिए तैयार सैन्य बल विकसित किया।

जनरल ऑफिसर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडक़वासला और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं। वह 20 दिसंबर, 1986 को 2 लांसर्स में कमीशन हुए थे। जनरल ऑफिसर ने स्किनर्स हॉर्स, आर्मड ब्रिगेड, जम्मू-कश्मीर में एक काउंटर इंसर्जेंसी फोर्स और पश्चिमी मोर्चे पर प्रतिष्ठित स्ट्राइक कोर की कमान भी संभाली है। दक्षिण-पश्चिमी कमान की कमान संभालने से पहले, जनरल ऑफिसर दिल्ली एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग थे। इन्होने एक आर्मड ब्रिगेड के ब्रिगेड मेजर, एमएस शाखा में सहायक सैन्य सचिव, मुख्यालय दक्षिण-पश्चिमी कमान में ब्रिगेडियर जनरल सर्विस (ऑपरेशंस) और सेना मुख्यालय, दिल्ली की विभिन्न ब्रांचों में कार्य किया है। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला में प्रशिक्षक और सहायक एडजुटेंट, स्कूल ऑफ आर्मर्ड वारफेयर, द आर्मर्ड कोर सेंटर एंड स्कूल, अहमदनगर में कर्नल प्रशिक्षक के तौर पर भी कार्यरत थे। वह वर्ष, 1995 से 1996 तक UNAVEM-III में ऑपरेशन्स ऑफिसर के रूप में भी तैनात थे।

सेवा में उनके शानदार योगदान के लिए लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ को अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।

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