जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़
प्रदेश के कार्मिक विभाग की ओर से गुरुवार देर रात को 108 आईएएस अफसरों के तबादले किए गए हैं। लेकिन इस सूची में वित्त विभाग के प्रमुख अतिरिक्त सचिव अखिल अरोड़ा और गृह विभाग के एसीएस आनंद कुमार को नहीं बदला गया है। ये दोनों प्रशासनिक अधिकारी अभी भी उसी कुर्सी पर जमे हैं, जिस कुर्सी पर वे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शासन में बैठे थे। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है।
भाजपा सरकार बनने के आठ महीने बाद आखिरकार ब्यूरोक्रेसी में बड़ा बदलाव किया गया है। कार्मिक विभाग की ओर से 108 IAS के तबादलों के साथ 20 आईएएस अफसरों को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि हाल ही में दिल्ली दौरे पर गए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपने साथ इन अधिकारियों की तबादला की हरी झंडी साथ लेकर आए थे।
चर्चा है कि इस सूची में खास बात यह है कि सभी प्रमुख विभागों के एसीएस प्रशासनिक सचिव और 13 जिलों के कलेक्टरों का तबादला किया गया है। लेकिन वित्त विभाग के प्रमुख अतिरिक्त सचिव अखिल अरोड़ा और गृह विभाग के एसीएस आनंद कुमार को नहीं बदला गया है। वे काफी समय से इसी कुर्सी पर जमे हुए हैं।
पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पोस्ट कर भजनलाल सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि भाजपा विपक्ष में रहकर प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठा रही है। आज भाजपा सरकार बनने के बाद उन्हीं अधिकारियों के भरोसे सरकार चल रही है।
गौरतलब है कि पिछले साल 20 मई, 2023 को योजना भवन के बेसमेंट में 2.31 करोड़ रुपए नकद और एक किलो सोना मिला था। उस दौरान एसीबी की कार्रवाई में एसीएस वित्त अखिल अरोड़ा सवालों के घेरे में आए थे। उस दौरान इन पर काफी सवाल उठाए गए थे।
अखिल अरोड़ा ने गहलोत सरकार के दौरान बजट पेश करने वाली टीम का नेतृत्व किया था और इस बार भजनलाल सरकार के पहले बजट का पूरा खाका उनके नेतृत्व में ही तैयार किया गया था।
ऐसे में अखिल अरोड़ा और आनंद कुमार का तबादला न किए जाने को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है।
राजनीतिक गलियारों में पैठ रखने वालों के अनुसार सूची देखने के बाद ऐसा लग रहा था कि कार्मिक विभाग की ओर से उन अफसरों के विभाग बदले गए हैं जो लंबे समय से एक ही पद पर थे या फिर मंत्रियों से उनका तालमेल ठीक से नहीं चल रहा था।