Friday, November 22

जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़

डेटिंग ऐप के जरिए दोस्ती कर लूटने वाली गैंग का पर्दाफाश प्रतापनगर थाना पुलिस ने किया है। पुलिस ने अलग-अलग जिलों से गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर सलाखों की पीछे पहुंचाया है। पुलिस आरोपियों से उनके अन्य साथियों के बारे में पूछताछ कर रही है।

उपायुक्त जयपुर पूर्व तेजस्विनी गौतम ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी जितेंद्र कुमार पुत्र गोपालराम, रविंद्रसिंह पुत्र महावीरसिंह, निवासी डीडवाना-कुचामन, चेतन पुत्र कैलाशचंद निवासी थानागाजी, अलवर तथा निखिल पुत्र लादूलाल निवासी भीलवाड़ा के हैं। प्रतापनगर थाना में इनसे पीड़ित हुए दो व्यक्तियों ने अलग-अलग मामले दर्ज करवाए थे। इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पुलिस टीम गठित की गई।

आरोपी ऑनलाइन समलैंगिगता ऐप ग्रांडर ऐप व डेटींग ऐप पर अपना अकाउंट बनाकर अन्य अकाउंट धारक पुरुषो से सम्पर्क करते। उनको फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर दोस्ती करते। दोस्ती होने पर उनसे चैट करके पीड़ित से उसके बारे में सारी जानकारी हासिल करते। पीड़ित व्यक्ति से प्रतिष्ठित होने का गैंग को एहसास हो जाने पर उसको अपना मोबाइल नम्बर शेयर कर देते। उक्त मोबाइल नंबर फर्जी आईडी या अन्य किसी व्यक्ति की आईडी से लिया हुआ होता है। जिससे उनकी पहचान नहीं हो सके। मोबाइल नम्बर देने के बाद पीड़ित युवक से लगातार बात कर तथा सम्पर्क कर उससे दोस्ती बढ़ा लेते हैं। फिर उसे अपने कमरे पर बुलवाकर गैंग के अन्य व्यक्तियों द्वारा वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देकर नकद व खाते से रूपये ट्रांसफर कर लेते हैं। आरोपी बहुत शातिर दिमाग के हैं। जो बात करने पर प्रतिष्ठित व्यक्ति लगने पर ही उसको टारगेट करते हैं तथा बैंक खाते भी अन्य व्यक्तियों के किराये पर लिये हुए हैं। जिससे की आरोपियों की पहचान नही हो सके तथा जिस शहर का पीड़ित पुरुष को टारगेट करते हैं, उसी शहर में फर्जी तरीके से गैंग के अन्य सदस्य कमरे की व्यवस्था करते हैं। जहां फर्जी आईडी का उपयोग करते रहे।

ऐसे आए पकड़ में
पुलिस द्वारा आरोपियों के घटनास्थल रूम के बारे में मालूमात करने पर पता चला की उक्त रूम फर्जी तरीके से किराये पर लिया गया है।पीड़ितों से बात करने वाला मोबाइल फोन भी किसी अन्य व्यक्ति के नाम से था। जिसपर गठित टीम ने मेहनत कर सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी आधार पर आरोपियों की लोकेशन लोसल, सीकर व कुचामन-डीडवाना, नागौर व सालासर, चुरू आने पर टीम द्वारा उक्त स्थानों पर अनुभव व बुद्धिमता का उपयोग करते हुये आसपास के सीसीटीवी फुटेज देखे गये। जिससे आरोपियों का आने-जाने का रूट पता लगाया जाकर लगातार पीछा किया गया। उक्त स्थानों पर टीम के सदस्यों द्वारा मुखबिर खास सक्रिय किए गए। गैंग के सभी आरोपियों की पहचान की जा सकी। जिनका पुलिस टीम लगातार पीछा कर रही थी। चुंकी आरोपियों ने अपने मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर रखे थे, लेकिन टीम के भरसक प्रयास के कारण गैंग के चार लोगो को अलग-अलग जिलों से डिटेन कर गिरफ्तार किया गया।

आरोपियों ने जयपुर, सीकर व कुचामन नागौर सहित अन्य शहरो में भी वारदात करना स्वीकार किया है। जिनसे पूछताछ जारी है अन्य वारदाते खुलने की संभावना है।

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